बिहार: जातीय जनगणना पर राजद, नीतीश कुमार के साथ जाने को तैयार, नये सियासी समीकरण के संकेत
By एस पी सिन्हा | Published: January 6, 2022 02:40 PM2022-01-06T14:40:30+5:302022-01-06T14:43:33+5:30
राजद ने आज एक बार फिर ऐलान कर दिया है कि राज्य हित के मसले पर वह जदयू के साथ खड़ी रहेगी. राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने कहा है कि राजद को जदयू या मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से उस वक्त कोई परहेज नहीं होगा, जब मसला बिहार के हित के लिए होगा.
पटना:बिहार में अब नये सियासी संकेत मिल रहे हैं. इसका कारण यह है कि राजद ने एक बार फिर से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के प्रति प्रेम दिखाने लगी है.
राजद ने आज एक बार फिर ऐलान कर दिया है कि राज्य हित के मसले पर वह जदयू के साथ खड़ी रहेगी. राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने कहा है कि राजद को जदयू या मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से उस वक्त कोई परहेज नहीं होगा, जब मसला बिहार के हित के लिए होगा.
जातीय आधार पर जनगणना के मुद्दे पर राजद ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ खड़ा रहने का ऐलान किया है. जगदानंद सिंह ने कहा है कि जो भी दल या मंत्री नीतीश कुमार के नीति का समर्थन नहीं करते, उसे हटा देना चाहिये.
उन्होंने कहा कि जातीय जनगणना को वैज्ञानिक आधार पर करने की मांग राजद करती आ रही है. लेकिन केंद्र सरकार का इस पर ध्यान नहीं है. जातीय जनगणना को लेकर अभी तक रुख स्पष्ट नहीं किया है. इस जातीय जनगणना से सभी जाति धर्म के लोगो के आंकडे संग्रहित हो जाएंगे. आज धार्मिक आधार पर जनगणना होती है. देश में धार्मिक आधार पर योजनाएं नहीं बन सकती.
जगदानंद सिंह ने कहा कि आज जातीय आधार पर जनगणना की जरूरत है. जातीय जनगणना से कोई जातिवाद को बढ़ावा नहीं मिलेगा. उन्होंने कहा कि पशुओं की गणना, गाड़ियों की गणना हो सकती है, फिर जाति का क्यों नहीं हो सकता? जो सबसे निचले तबके के लोग हैं, उसे मदद की जरूरत है. एक बार जनगणना हुई भी पर देश के सामने नहीं रखा गया. ऐसे में अगर नीतीश कुमार कोई कठोर निर्णय लेते हैं तो राजद उनके साथ जाने में जरा भी नही हिचकेगी.