बिहारः भूमि और राजस्व मंत्री राम सूरत राय बोले-विभाग में बडे़ पैमाने पर भ्रष्टाचार, बगैर पैसा लिए नहीं किया जा रहा है काम
By एस पी सिन्हा | Updated: December 15, 2020 14:19 IST2020-12-15T14:18:37+5:302020-12-15T14:19:40+5:30
बिहार में जदयू-भाजपा गठबंधन सरकार है. इस बीच भाजपा कोटे के मंत्री राम सूरत राय ने कहा कि मेरे विभाग में भ्रष्टाचार व्याप्त है. नीतीश सरकार पर भाजपा के मंत्री लगातार हमला कर रहे हैं.

राज्य के भूमि एवं राजस्व विभाग मंत्री राम सूरत राय ने नीतीश सरकार की किरकिरी की है.
पटनाः बिहार में इनदिनों नीतीश सरकार चौतरफा हमलों से घिरी हुई है. एक ओर जहां विपक्ष दाना पानी लेकर बढ़ती अपराधिक घटनाओं पर हमला करने में लगी है, तो वहीं सरकार के मंत्री ही अब भ्रष्टाचार की पोल खोलने में लगे हैं.
राज्य के भूमि एवं राजस्व विभाग मंत्री राम सूरत राय ने नीतीश सरकार की किरकिरी की है. उन्होंने आज कहा है कि मेरे विभाग में बडे़ पैमाने पर भ्रष्टाचार व्याप्त है. उन्होंने कहा कि उनके विभाग में बगैर पैसा लिये काम ही नहीं किया जा रहा है. यहां दाखिल-खारिज में खूब मनमानी होती है. बिना प्रॉपर डॉक्यूमेंट्स के ही दाखिल-खारिज करा दिया जाता है.
मंत्री ने कहा कि इसके अलावा आम आदमी पिसता रहता है. उनका काम आसानी से नहीं हो पाता है. इसतरह से भाजपा नेताओं का नीतीश सरकार पर लगातार हमला जारी है. इसके पहले भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ संजय जायसवाल और दरभंगा के विधायक संजय सरावगी प्रदेश में अपराध के बढ़ते मामलों को लेकर नीतीश सरकार को घेरा था.
बिहार में बढ़ते अपराध पर चिंता जताई थी
उन्होंने बयान जारी कर बिहार में बढ़ते अपराध पर चिंता जताई थी. संजय सरावगी ने तो यहां तक कह डाला था कि अपराधियों में पुलिस-प्रशासन का भय खत्म हो गया है. तभी तो इतनी आसानी से दरभंगा के बीच बाजार स्थित ज्वेलरी शॉप से सात करोड़ रुपये की लूट कर आराम से फायरिंग करते चलते बने.
वहीं, मंत्री राम सूरत राय के इस बयान ने राजनीतिक गलियारे में तूफान ला दिया है. उनके इस बयान को लेकर जदयू ने ऐतराज जताया है. जदयू विधान पार्षद खालिद अनवर ने कहा कि राम सूरत राय नए-नए मंत्री बने हैं. उन्हें अंदाजा नहीं है कि नीतीश कुमार की सरकार भ्रष्टाचार के मामले में जीरो टॉरलेन्स की सरकार है.
भ्रष्टाचार के मामले में बडे़ अधिकारियों पर कार्रवाई हुई है
बिहार पहला राज्य है जहां भ्रष्टाचार के मामले में बडे़ अधिकारियों पर कार्रवाई हुई है. नीतीश कुमार भ्रष्टाचार से समझौता नहीं कर सकते हैं. वहीं अब इस बयान के बाद विपक्ष को एक और मुद्दा नीतीश सरकार पर हमला करने को मिल गया है.वहीं, कांग्रेस और राजद ने सरकार से जांच की मांग करते हुए कहा है कि यदि वर्तमान मंत्री अपने विभाग में भ्रष्टाचार की बात स्वीकार कर रहे हैं तो पूर्व के मंत्रियों के कार्यकाल की जांच होनी चाहिए.
राजद नेता भाई वीरेंद्र ने कहा कि मंत्री ने सरकार की सच्चाई को उजागर किया है. विपक्ष ने कहा कि बिहार की नीतीश सरकार भ्रष्टाचार में डूबी हुई है. हम लोग तो शुरू से यह कहते आ रहे हैं कि सभी विभागों में भ्रष्टाचार है और बिना चढ़ावे के काम नहीं होता है. जाहिर यह बयान भ्रष्टाचार ही नहीं नीतीश कुमार के जीरो टॉरलेन्स वाले बयान पर भी हमला है. ऐसे में देखना होगा कि आखिर अब यह बयान बिहार की राजनीति को और कितना गर्म करती है.
यहां बता दें कि राम सूरत राय को भाजपा ने पहली बार मंत्री बनाया है. वे मुजफ्फरपुर के औराई विधान सभा क्षेत्र से चुनाव जीतकर आए हैं. इसके पहले 2015 में वे चुनाव हार गए थे. 2010 में वे पहली बार विधायक बने थे. तब उन्होंने निकटतम प्रतिद्वंदी राजद के डॉ सुरेंद्र राय को हराया था.
बिहार में यादव जाति का बड़ा वोट बैंक है. राम सूरत राय यादव समुदाय से आते हैं. भाजपा ने उन्हें मंत्री बनाकर यादव समुदाय को साधने की कोशिश की है. उनसे उम्मीद की जा रही थी कि वे राजद के वोट बैंक में सेंध लगाएंगे.

