बिहार विधानसभा अध्यक्ष अवध बिहारी चौधरी ने केन्द्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा को दी श्रद्धांजलि, बाद में गलती को सुधारा
By एस पी सिन्हा | Published: November 6, 2023 04:33 PM2023-11-06T16:33:30+5:302023-11-06T16:33:30+5:30
विधानसभा में आज उस वक्त अजीबोगरीब स्थिति उत्पन्न हो गई जब विधानसभा अध्यक्ष अवध बिहारी चौधरी ने केन्द्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा को भी श्रद्धांजलि दे दी। हालांकि उन्होंने तुरंत इसमें सुधार करते हुए अर्जुन मंडल का नाम ले लिया।
पटना: बिहार विधानमंडल के शीतकालीन सत्र की शुरुआत आज से हुई। पांच दिनों तक चलने वाले इस सत्र के पहले दिन दिवंगत जनप्रतिनिधियों एवं गणमान्य लोगों के प्रति शोक प्रकाश के बाद सदन की कार्यवाही मंगलवार 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई। शोक व्यक्त करते हुए कुछ समय तक मौन रखा गया। इस दौरान सदन में हंगामा हो गया। वहीं विधानसभा में आज उस वक्त अजीबोगरीब स्थिति उत्पन्न हो गई जब विधानसभा अध्यक्ष अवध बिहारी चौधरी ने केन्द्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा को भी श्रद्धांजलि दे दी। हालांकि उन्होंने तुरंत इसमें सुधार करते हुए अर्जुन मंडल का नाम ले लिया। बता दें अर्जुन मुंडा झारखंड के भाजपा के वरिष्ठ नेता हैं और केन्द्र में मंत्री भी हैं।
विधानसभा अध्यक्ष अवध बिहारी चौधरी पूर्व सदस्यों के निधन पर शोक प्रकाश पढ़ रहे थे, तभी थोड़ी देर के लिए सत्ता पक्ष और विपक्षी सदस्य भौंचक रह गए। फिर सभी सदस्य हंसने लगे। हालांकि विधानसभा अध्यक्ष ने अपनी गलती को भांपते हुए तुरंत सुधार किया। उन्होंने जो शोक प्रस्ताव रखा, उसमें स्व.विनोद कुमार चौधरी, महेन्द्र नारायण झा आजाद, विजय कुमार यादव, परवीन अमानुलाह, अनंत सत्यार्थी, विभूति कवि, राजीव नंदन दांगी, अर्जुन मण्डल, रामधनी सिंह के निधन पर शोक प्रकट किया गया।
वहीं शोक संवेदना के दौरान सरकार की सहयोगी भाकपा-माले के सदस्यों ने इजरायल द्वारा किए जा रहे हमले में फिलिस्तीन में मारे गए लोगों के लिए भी शोक प्रस्ताव पारित करने की मांग की, जिसका विरोध भाजपा के सदस्यों ने किया। चौधरी महबूब आलम ने हमास पर इजरायल के हमले के मुद्दे पर बोलना शुरु कर दिया तो भाजपा ने इसका प्रतिवाद किया और हंगामा शुरू हो गया। विधानसभा के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ, जब सदस्य अपने पूर्व सदस्यों को श्रद्धांजलि देने के क्रम में हीं उलझ गए हो।
वहीं सदन की कार्यवाही शुरू होने से पहले भाजपा विधायकों ने विधानसभा पोर्टिको में जमकर नारेबाजी की। सदन की कार्यवाही शुरू होने से पहले विपक्षी सदस्यों ने अलग-अलग मुद्दों को लेकर प्रदर्शन किया। दागी मंत्रियों को हटाने से लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव से इस्तीफे की मांग की।