बिहार चुनावः RJD की ओर से तेजस्वी यादव होंगे मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार, लालू बने रहेंगे पार्टी अध्यक्ष
By एस पी सिन्हा | Published: December 11, 2019 05:53 AM2019-12-11T05:53:39+5:302019-12-11T05:53:39+5:30
बिहार में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने पार्टी के कार्यक्रम में कहा कि देश में लोकतंत्र की हत्या की जा रही है. जो नागरिक संशोधन बिल लाया गया है, वो मानवता के खिलाफ है और राजद इसका पूरजोर विरोध करती है.
बिहार में राजद ने नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी प्रसाद यादव को अगला मुख्यमंत्री बनाने का संकल्प लिया. हालांकि पार्टी लालू प्रसाद यादव हीं चलायेंगे और इस नाते उन्हें पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष के पद पर निर्वाचित होने की अधिकारिक घोषणा की गई. लेकिन बिहार में सरकार बनाएंगे तेजस्वी यादव ही. राजद की राष्ट्रीय कार्यमिति की बैठक में जिस राजनीतिक प्रस्ताव पर चर्चा हुई थी, उस प्रस्ताव पर मंगलवार को राष्ट्रीय परिषद में चर्चा के बाद सही मायने में पार्टी की मुहर लगा दी गई है.
वहीं, पार्टी के खुले अधिवेशन में राजद ने नागरिक संशोधन बिल को मानवता के खिलाफ बताते हुए इसका विरोध करने का निर्णय लिया है. बिहार में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने पार्टी के कार्यक्रम में कहा कि देश में लोकतंत्र की हत्या की जा रही है. जो नागरिक संशोधन बिल लाया गया है, वो मानवता के खिलाफ है और राजद इसका पूरजोर विरोध करती है.
उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार के फैसलों से केवल देश को नुकसान ही हुआ है. किसी को कोई फायदा नहीं पहुंचा. नोटबन्दी इसका उदाहरण है. तेजस्वी यादव ने कहा कि लालू जी आज हमारे बीच शारीरिक रूप से मौजूद नहीं हैं, इसलिए हम सभी की जिम्मेदारियां और बढ गई हैं. उन्होंने इस दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को दो टूक में कहा कि आप इधर-उधर मत कीजिए नीतीश जी, नहीं तो हम भी आपकी पार्टी को तोड देंगे. आपकी पार्टी के लोग टूटने को तैयार हैं.
तेजस्वी यादव ने नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए कहा कि नीतीश कुमार आज भी सबसे ज्यादा लालू जी से ही डरते हैं. पार्टी के बडे नेताओं ने मुझ पर भरोसा जताया है, इसका हम दिल से स्वागत करते हैं और सभी को विश्वास दिलाते हैं कि आखिरी सांस तक हम पार्टी के लिए काम करते रहेंगे.
तेजस्वी यादव ने शायरान अंदाज में हमला करते हुए कहा देखा है पहली बार, अपराधियों के पैरों में सरकार. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को निशाने पर लेते हुए उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार सबसे डरपोक आदमी हैं. वो कुर्सी के लिए कुछ भी कर सकते हैं. आज जब उन्होंने सीटिजन अमेंडमेंट बिल का समर्थन किया है, तो हमने भी तय कर लिया है कि अब हम उनको चाचा कहकर नहीं बुलाएंगे. अब तो केवल मुख्यमंत्री जी कहकर बुलाएंगे.
वहीं, राज्य में बढ़ रहे अपराध पर उन्होंने कहा कि हर दिन बिहार में बच्चियों के साथ रेप हो रहा है, जबकि बिहार में अभी सुशासन की सरकार है. देश में सबको बेल होता है, लेकिन लालू जी को जमानत नहीं मिलती है क्योंकि लालू जी ने कभी अपने सिद्धांतों से समझौता नहीं किया. लालू जी शेर हैं और वो किसी से नहीं डरते.
वहीं, पटना के बापू सभागार में आयोजित राष्ट्रीय जनता दल के राष्ट्रीय परिषद की बैठक में पार्टी के राष्ट्रीय निर्वाचन पदाधिकारी चित्तरंजन गगन द्वारा सदस्यों के करतल ध्वनि के बीच लालू प्रसाद यादव के पुनः पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष के पद पर निर्वाचित होने की अधिकारिक घोषणा की गई.
इस घोषणा के साथ ही उनके निर्वाचन सम्बन्धी प्रमाण-पत्र उनके प्रतिनिधि के रूप में उपस्थित उनके दोनों पुत्रों नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी प्रसाद यादव एवं बिहार के पूर्व स्वास्थ्य मंत्री तेजप्रताप यादव को समर्पित की गई. इसके पूर्व नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी प्रसाद यादव द्वारा ध्वजारोहण किया गया एवं युवा राजद और छात्र राजद के सदस्यों द्वारा पार्ट के ध्वज को सलामी दी गई.
बैठक में सर्वप्रथम पार्टी के राष्ट्रीय प्रधान महासचिव एस एम कमर आलम द्वारा महासचिव का प्रतिवेदन प्रस्तुत किया गया. तत्पश्चात राष्ट्रीय निर्वाचन पदाधिकारी चित्तरंजन गगन ने सांगठनिक चुनाव सम्बन्धी प्रतिवेदन प्रस्तुत करते हुए लालू प्रसाद के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद पर निर्विरोध निर्वाचित होने की औपचारिक घोषणा की, जिसके बाद पार्टी का खुला अधिवेशन शुरू हो गया.
नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी प्रसाद यादव द्वारा दीप प्रज्वलित करने के साथ पार्टी का खुला अधिवेशन शुरू हुआ जिसमें कल राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में स्वीकृत कुल दस प्रस्तावों को चर्चा के लिए खुले अधिवेशन में रखा गया, जिसपर चर्चा की गई.
कार्यसमिति की बैठक में राजनीतिक प्रस्ताव चितरंजन गगन ने रखा जिसका समर्थन शिवानंद तिवारी और रामचन्द्र पूर्वे ने किया. प्रस्ताव में कहा गया है कि पार्टी अपना संकल्प पूरा करने के लिए सांप्रदायिक और अधिनायकवादी तत्वों का विरोध करने वाली राजनीतिक पार्टियों से समझौता करेगी. समझौता करने का अधिकार पार्टी ने अपने राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव को सौंपा है.
लालू प्रसाद यादव की नीतियों को तेजस्वी प्रसाद यादव ने सही मायने में आगे बढाया है. प्रस्ताव के मुताबिक देश में हर बदलाव की शुरुआत बिहार से ही होती है. लिहाजा वर्ष 2024 में दिल्ली की सरकार हटाने की शुरुआत 2020 में बिहार से होगी. प्रस्ताव में कहा गया है कि देश की वर्तमान स्थिति में लालू प्रसाद यादव और राजद की भूमिका अहम हो गई है. देश के गरीब, अल्पसंख्यक और पिछडा अति पिछडा वर्ग आशाभरी निगहे से राजद प्रमुख की ओर देख रहा है.