Bihar assembly elections 2020: लालू यादव की राह पर तेजस्वी, दुष्कर्म केस में दोषी पूर्व विधायक राजबल्लभ यादव की पत्नी को टिकट
By एस पी सिन्हा | Published: October 10, 2020 02:28 PM2020-10-10T14:28:43+5:302020-10-10T14:28:43+5:30
दुष्कर्मी राजबल्लभ यादव की पत्नी को टिकट बांटना हो या फिर नाबालिग से दुष्कर्म के आरोपी अरुण यादव की पत्नी को टिकट देने का मामला हो. बात यहीं खत्म नहीं होती. तेजस्वी ने दूसरे चरण के चुनाव में भी बाहुबलियों के रिश्तेदारों पर भरोसा किया है.
पटनाः बिहार विधानसभा चुनाव में इस बार तेजस्वी यादव ने चुनाव से पहले ही युवाओं पर फोकस कर लिया था. लेकिन चुनाव जैसे जैसे नजदीक आने लगा तेजस्वी यादव भी लालू यादव की राह पर चलने लगे हैं. उन्होंने भले ही राजद के शासन काल पर उठते सवालों पर माफी मांगी हो, लेकिन जब टिकट बंटवारे के वक्त आया तो वह भी चुनावी समीकरण को समझने लगे.
राजद ने दुष्कर्म केस में दोषी पूर्व विधायक राजबल्लभ यादव और दुष्कर्म केस में ही फरार चल रहे आरोपी विधायक अरुण कुमार यादव की जगह पर उनकी पत्नियों को टिकट दिया है. कुल मिलाकर कहा जाए तो तेजस्वी को भी बाहुबलियों पर भरोसा है और लगता है कि उनका साथ भी पसंद है. चुनाव में जीत पक्की करने के लिए तेजस्वी ने पहले की तरह इस बार भी बाहुबलियों पर भरोसा करना शुरू कर दिया.
चाहे वह दुष्कर्मी राजबल्लभ यादव की पत्नी को टिकट बांटना हो या फिर नाबालिग से दुष्कर्म के आरोपी अरुण यादव की पत्नी को टिकट देने का मामला हो. बात यहीं खत्म नहीं होती. तेजस्वी ने दूसरे चरण के चुनाव में भी बाहुबलियों के रिश्तेदारों पर भरोसा किया है.
राजद ने राजबल्लभ यादव की पत्नी विभा देवी को नवादा से टिकट दिया है, वहीं दूसरी तरफ अरुण यादव की पत्नी किरण देवी को संदेश विधानसभा से अपना उम्मीदवार बनाया है. अरुण यादव के ऊपर भी दुष्कर्म के आरोप लगे हुए हैं और वह पिछले 1 साल से गिरफ्तारी के डर से फरार चल रहे हैं. दो बार विधायक रहे अरुण यादव के बडे भाई विजयेंद्र यादव ने हाल में ही राजद को छोड़कर जदयू में शामिल हो गए थे. वह राजद प्रदेश उपाध्यक्ष जैसे महत्वपूर्ण पद पर थे, लेकिन टिकट का आश्वासन न मिलने पर विजयेंद्र ने पाला बदल लिया.
राजबल्लभ यादव नाबालिग लड़की के साथ दुष्कर्म के आरोप में फिलहाल जेल में बंद
वहीं, राजबल्लभ यादव नाबालिग लड़की के साथ दुष्कर्म के आरोप में फिलहाल जेल में बंद है. दरअसल, फरवरी 2016 में राजबल्लभ यादव के ऊपर नाबालिग लड़की के साथ दुष्कर्म करने के आरोप लगे और दिसंबर 2018 में उन्हें इस पूरे मामले में कोर्ट के द्वारा दोषी पाया गया, जिसके बाद से वह जेल में बंद है.
राजबल्लभ यादव के जेल जाने के बाद आरजेडी ने उन्हें पार्टी से निलंबित कर दिया था. इसके बाद हुए उपचुनाव में जदयू के कौशल यादव जीत गए. यहां बता दें कि 2019 के लोकसभा चुनाव में भी राजद ने नवादा सीट से विभा देवी को अपना प्रत्याशी बनाया था. हालांकि, वह लोजपा के चंदन सिंह से चुनाव हार गई थीं, लेकिन विभा देवी को 3 लाख 47 हजार से अधिक वोट मिले थे. वह दूसरे नंबर पर थीं. बताया जाता है कि विधायक हत्याकांड में सजायाफ्ता पूर्व सांसद प्रभुनाथ सिंह के बेटे रणधीर सिंह, भाई केदार सिंह को टिकट थमा दिया गया है.
वहीं, बाहुबली नेता शहाबुद्दीन की राजद में क्या है यह किसी से छिपी नहीं है. भले ही शहाबुद्दीन दिल्ली के तिहाड़ में बंद हो, लेकिन बिहार की सियासत में वो अपनी धमक बनाए रखना चाहते हैं. इस बार शहाबुद्दीन की पत्नी हिना शहाब विधायक का चुनाव लड़ने जा रही हैं.
बताया जाता है कि राजद ने उन्हें टिकट देने का पूरा मन बना लिया है. सूत्रों के मुताबिक हिना शहाब ने अभी सिंबल नहीं लिया लेकिन इस बात की चर्चा तेज है कि वो इस बार सीवान के रघुनाथपुर विधानसभा सीट से वह राजद की उम्मीदवार हो सकती हैं. इसतरह से राजद अपने पुराने ढर्रे पर चलते हुए उन सभी दागियों को जोडे़ रखा है जो अभी तक राजद के दामन पर दाग लगाते चले आ रहे हैं.