सर्वे रिपोर्टः इंडिया गठबंधन को 121 से 131 सीटें और एनडीए को 108 से 115 सीटें मिलने का अनुमान, जानें प्रशांत किशोर का हाल
By एस पी सिन्हा | Updated: June 11, 2025 17:58 IST2025-06-11T17:55:12+5:302025-06-11T17:58:24+5:30
Bihar assembly election survey report: बिहार में मुख्यमंत्री पद के लिए कौन सबसे पसंदीदा चेहरा है इसे लेकर भी सर्वे में दावा किया गया है।

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पटनाः बिहार में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर सर्वे का काम विभिन्न एजेंसियों के द्वारा के द्वारा किया जा रहा है। इसी कडी में चुनाव को लेकर ओपिनियन पोल का सर्वे रिपोर्ट सामने आया है। ट्रैकर के द्वारा कराए गए सर्वे रिपोर्ट के अनुसार इस बार बिहारविधानसभा चुनाव में एनडीए को एंटी इनकमबेंसी की मार झेलनी पड़ सकती है। ओपिनियन पोल का दावा है कि सभी 243 सीटों के लिए दो बार सर्वे किया गया है। 5 मार्च से 5 जून के बीच कराए गए इस ओपिनियन पोल का सैंपल साइज 5 लाख से ज्यादा है। सर्वे में इंडिया गठबंधन को बहुमत के करीब दिखाया गया है।
चुनाव के नतीजों में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व वाले भाजपा-जदयू एवं अन्य दलों के सत्ताधारी गठबंधन एनडीए को नुकसान झेलना पड़ सकता है। सर्वे में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के नेतृत्व वाले राजद, कांग्रेस एवं वाम दलों के महागठबंधन को जीत मिलने का अनुमान जताया गया है। अनुमान लगाया गया है कि बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में इंडिया गठबंधन को 121 से 131 सीटें मिल सकती हैं।
यह बहुमत के आंकड़े 122 के आसपास है। वहीं एनडीए को 108 से 115 सीटें मिलने का अनुमान बताया गया। ऐसे में दोनों गठबंधन के बीच एक कड़े मुकाबले का अंदाजा है जिसमें फ़िलहाल एनडीए मामूली अंतर से पीछे है। सर्वे में प्रशांत किशोर के जनसुराज के लिए भी बिहार विधानसभा का दरवाजा खुलता दिख रहा है। सर्वे में जन सुराज पार्टी को करीब 3 सीटें मिलने का अनुमान दिया गया है।
वहीं बिहार की शेष पार्टियां और निर्दलीय इस रेस में 4 से 12 सीट जीत सकते है। बिहार में मुख्यमंत्री पद के लिए कौन सबसे पसंदीदा चेहरा है इसे लेकर भी सर्वे में दावा किया गया है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को लेकर कहा गया है कि उन्हें बिहार के 31 फीसदी लोग फिर से मुख्यमंत्री के रूप में पसंद करते हैं। लेकिन तेजस्वी यादव बिहार के 43 फीसदी लोगों की पसंद बताये गए हैं।
मुख्यमंत्री की पसंद की सूची में प्रशांत किशोर को 9 फीसदी लोगों ने पसंद किया है। सर्वे में उनकी जन सुराज पार्टी को 2.7 फीसदी वोट ही मिलने का अनुमान जताया गया है। हालांकि विधानसभा चुनाव के करीब पांच महीने पहले आये इस सर्वे को लेकर सियासी जानकारों का मानना है कि फ़िलहाल कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी।
चुकी अभी तक न तो किसी सीट पर उम्मीदवारों के नाम की घोषणा हुई है और ना ही सीटों का बंटवारा हुआ है। ऐसे में बिना इसके सर्वे को पूरी तरह से सही नहीं माना जा सकता है। यह एक अनुमान मात्र ही है जो चुनाव के नजदीक आते आते बदल सकता है।