Bihar Assembly election 2020: बंगाल के चंद्रकांता खादी की धूम, धोती, कुर्ता, पायजामा, टोपी, बंडी और गमछा की मांग
By भाषा | Published: September 29, 2020 02:07 PM2020-09-29T14:07:08+5:302020-09-29T14:07:08+5:30
बिहार में 2015 में हुये विधानसभा चुनावों के दौरान चंद्रकांता खादी की जबरदस्त बिक्री हुयी थी, इससे व्यापारी इस बार भी आशा लगो हुए हैं। बिहार में राजनेता और उनके समर्थक बंगाल के हल्की चंद्रकांता खादी से बने धोती, कुर्ता, पायजामा, टोपी, बंडी और गमछा पहनना पसंद करते हैं।
भागलपुरः बिहार का भागलपुर जिला अपने रेशम और खादी के कपड़ों की गुणवत्ता के लिए जाना जाता है, लेकिन यहां के लोगों का पश्चिम बंगाल के चंद्रकांता खादी के प्रति झुकाव देखते हुए व्यापारियों ने आगामी बिहार चुनावों के लिए सामान मंगाना शुरू कर दिया है।
बिहार में 2015 में हुये विधानसभा चुनावों के दौरान चंद्रकांता खादी की जबरदस्त बिक्री हुयी थी, इससे व्यापारी इस बार भी आशा लगो हुए हैं। बिहार में राजनेता और उनके समर्थक बंगाल के हल्की चंद्रकांता खादी से बने धोती, कुर्ता, पायजामा, टोपी, बंडी और गमछा पहनना पसंद करते हैं।
भागलपुर, कहलगांव, मुंगेर, खगड़िया, पूर्णिया, बेगूसराय और बांका के लोगों ने चंद्रकांता खादी के कपड़े मंगाना शुरू कर दिया है। लोग बंगाली कपड़े के लिए भागलपुर खादी ग्राम उद्योग को अपना ऑर्डर दे रहे हैं। व्यापारियों ने विभिन्न रंगों के चंद्रकांता खादी से बने बंडी का भंडारण करना शुरू कर दिया है, जो आमतौर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पहनते हैं।
भागलपुर खादी ग्राम उद्योग के महासचिव वरुण कुमार सिंह ने बंगाल के चंद्रकांता कपड़ों से बने परिधानों की बढ़ती मांग के बारे में बताया। उन्होंने कहा, 'हमने चंद्रकांता का स्टॉक अलग-अलग जिलों में भेजना शुरू कर दिया है।'
उन्होंने कहा कि भागलपुर के रेशम और खादी वस्त्रों की तुलना में, पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले के बेरहामपुर में निर्मित हल्की और नरम चंद्रकांता खादी ग्राहकों को अधिक पसंद आती है। सिंह ने कहा कि राजनीति में युवाओं में बंगाल की चंद्रकांता खादी से बनी चीजों की खासी धूम है।