बिहार: आनंद मोहन की पेरोल खत्म, पहुंचे जेल, दुखी जीतन राम मांझी ने कहा, "बहुत अन्याय हो रहा है"
By एस पी सिन्हा | Published: November 20, 2022 06:36 PM2022-11-20T18:36:26+5:302022-11-20T18:39:46+5:30
बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी ने गोपालगंज के पूर्व डीएम जी कृष्णैय्या मर्डर केस में आजीवन कारावास की सजा काट रहे आनंद मोहन की रिहाई के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से प्रयास करने की अपील की है।
पटना: गोपालगंज के तत्कालीन डीएम जी कृष्णैया हत्याकांड में आजीवन कारावास की सजा काटने वाले पूर्व सांसद आनंद मोहन के पेरोल खत्म हो गई और वो फिर से जेल चले गये हैं। उनके जेल वापस जाने से बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी काफी दुखी दिखाई दे रहे हैं। उन्होंने कहा है कि आनंद मोहन के साथ बहुत अन्याय हो रहा है।
इतना ही नहीं जीतनराम मांझी ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मांग की है कि वो आनंद मोहन की रिहाई की दिशा में काम करें। आनंद मोहन बेटी की सगाई में 15 दिनों के पैरोल पर बाहर आये थे। इस दौरान उन्होंने पत्नी और विधायक बेटे चेतन आनंद का जन्मदिन भी मनाया।
नियमानुसार 15 दिनों की पेरोल खत्म होने के बाद आनंद मोहन को फिर से जेल जाना पड़ा है। ऐसे में बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और सत्ता में सहयोगी दल के नेता जीतन राम मांझी ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से आनंद मोहन की रिहाई की मांग की है। उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा है कि आनंद मोहन को पुनः जेल जाने की खबर से मन दुखी है। मुझे लगता है अब उनके साथ अन्याय हो रहा है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से आग्रह है कि उनके रिहाई के दिशा में काम किया जाए यही न्याय संगत होगा।
इसके साथ ही जीतन राम मांझी ने यह भी कहा है कि हम और हमारी पार्टी पूरी तरह से आनंद मोहन जी एवं उनके परिजनों के साथ हैं। सहरसा जाने से पहले आनंद मोहन ने बताया कि चेतन आनंद का जन्मदिन 20 नवंबर को है लेकिन पैरोल खत्म होने की वजह से जन्मदिन 19 नवंबर को ही केक काटकर जन्मदिन मनाया गया।
जेल से बाहर रहने के दौरान आनंद मोहन 15 दिनों में पारिवारिक कार्यक्रमों में व्यस्त रहे। बेटी की सगाई, पत्नी का जन्मदिन और विधायक बेटे चेतन आनंद का जन्मदिन भी मनाया। पेरोल पर बाहर रहे आनंद मोहन ने एक बार फिर से खुद को बेकसूर बताया है। बेटी आनंद सुरभि के सगाई समारोह में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के अलावे बिहार के तमाम राजनीतिक दिग्गजों का जमावड़ा हुआ। बाद के दिनों में भी आनंद मोहन अपने आवास पर कई बड़े नेताओं से मिलते रहे। ऐसे में अब उम्मीद जताई जा रही है कि उन्हें जेल से मुक्ति मिल जाएगी।