बिहार की राजधानी पटना के इस अस्पताल में 'कोरोना विस्फोट', 87 डॉक्टर मिले संक्रमित
By विनीत कुमार | Published: January 3, 2022 08:57 AM2022-01-03T08:57:10+5:302022-01-03T09:03:17+5:30
बिहार में रविवार को कोरोना संक्रमण के 300 से अधिक मामले सामने आए। वहीं, पटना के नालंदा मेडिकल कॉलेज और अस्पताल (एनएमसीएच) में 87 डॉक्टर कोरोना संक्रमित पाए गए हैं।
पटना: देश के अन्य राज्यों के साथ बिहार में भी कोरोना की रफ्तार तेज हो गई है। राज्य में रविवार को 352 नए केस मिले जो पिछले दिन के मुकाबले 71 अधिक हैं। वहीं, पटना के नालंदा मेडिकल कॉलेज में कोरोना के 87 मामले सामने आए हैं।
पटना के अस्पताल में फूटा 'कोरोना बम'
पटना के डीएम चंद्रशेखर सिंह ने रविवार को जानकारी दी कि पटना स्थित नालंदा मेडिकल कॉलेज और अस्पताल (एनएमसीएच) के 87 जूनियर डॉक्टर कोरोना संक्रमित मिले हैं। सभी में हल्के लक्षण या बिल्कुल ही लक्षण नहीं हैं। इन सभी को अस्पताल के कैंपस में ही आइसोलेशन में रखा गया है। अधिकारियों के अनुसार 194 डॉक्टरों के सैंपल जांच के लिए भेजे गए थे।
Bihar: "87 doctors of Nalanda Medical College and Hospital in Patna have tested positive for COVID-19. All of them are either asymptomatic or have mild symptoms and are in isolation on the hospital campus," Patna DM Chandrashekhar Singh said on Sunday
— ANI (@ANI) January 3, 2022
बड़ी संख्या में मामले सामने आने के बाद प्रशासन हरकत में आ गया है और इनके संपर्क में आए लोगों की तलाश भी शुरू कर दी गई है। पटना के डीएम ने कहा कि एनएमसीएच अस्पताल का पीजी छात्रावास शहर का पहला कंटेनमेंट जोन होगा।
इससे पहले पटना एम्स के दो डॉक्टर भी कोरोना संक्रमित मिले थे। हाल में इंडियन मे़डिकल असोसिएशन का एक कार्यक्रम पटना में आयोजित हुआ था, इसके बाद डॉक्टरों के संक्रमित होने की खबरें पिछले दो दिन से बिहार से आ रही हैं। आईएमए के समारोह में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार समेत कई अन्य लोग शामिल हुए थे।
बिहार में एक्टिव केस एक हजार के पार
बिहार में रविवार को 352 केस मिले। इसके साथ ही राज्य में सक्रिय मामलों की संख्या 1074 हो गई है। इससे पहले शनिवार और शुक्रवार को बिहार में क्रमश: 281 और 158 नए मामले दर्ज किए गए थे। हालांकि पिछले चार दिनों में इस बीमारी से राज्य में कोई मौत नहीं हुई है और मरने वालों की संख्या 12,096 बनी हुई है। बिहार में सबसे अधिक मामले पटना (544) और गया (277) से हैं।