जम्मू-कश्मीर में पकड़े गए DSP देविंदर सिंह पर बड़ा खुलासा, ड्रग माफिया से भी था संपर्क, उसके पास है बेशुमार संपत्ति
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: January 19, 2020 10:49 AM2020-01-19T10:49:01+5:302020-01-19T11:08:37+5:30
पिछले दिनों राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने जम्मू कश्मीर के गिरफ्तार डीएसपी देविंदर सिंह के खिलाफ आर्म्स एक्ट, विस्फोटक पदार्थ रखने समेत कई मामलों में केस दर्ज किया है। 16 जनवरी को केंद्रीय गृह मंत्रालय ने राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) से जम्मू कश्मीर के गिरफ्तार डीएसपी देविंदर सिंह के मामले में जांच प्रक्रिया शुरू करने को कहा था।
जम्मू-कश्मीर में आतंकियों के साथ पकड़े गए DSP देविंदर सिंह पर बड़ा खुलासा हुआ है। DSP देविंदर सिंह का जुड़ाव देश व विदेश के कई बड़े ड्रग माफिया से भी होने की बात सामने आ रही है। पुलिस को कार्रवाई के दैरान उसके बेशुमार संपत्ति के बारे में पता चल रहा है।
इसके अलावा बता दें कि सिंह के परिवार में पत्नी और दो बच्चे हैं। उसकी एक बेटी बांग्लादेश से एमबीबीएस की पढ़ाई कर रही है। सिंह का बेटा श्रीनगर में पढ़ाई करता है।
पिछले दिनों राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने जम्मू कश्मीर के गिरफ्तार डीएसपी देविंदर सिंह के खिलाफ आर्म्स एक्ट, विस्फोटक पदार्थ रखने समेत कई मामलों में केस दर्ज किया है। 16 जनवरी को केंद्रीय गृह मंत्रालय ने राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) से जम्मू कश्मीर के गिरफ्तार डीएसपी देविंदर सिंह के मामले में जांच प्रक्रिया शुरू करने को कहा था।
कहा जा रहा है कि एनआईए गिरफ्तार डीएसपी को दिल्ली लाकर पूछताछ कर सकती है। देविंदर सिंह को 11 जनवरी 2020 को जम्मू कश्मीर के कुलगाम जिले से दो आतंकवादियों और उनके मददगार एक वकील के साथ एक वाहन से गिरफ्तार किया गया था। डीएसपी पर आतंकवादियों से मिली भगत और उन्हें देश के अन्य हिस्सों तक पहुंचाने में मदद करने का आरोप है।
इंडिया टुडे में छपी रिपोर्ट के मुताबिक, देविंदर सिंह पर यूएपीए की धारा 18,19,20, 38 और 39 के तहत मामला दर्ज किया गया है। एनआईए की एक टीम 20 जनवरी को कश्मीर जा सकती है। सूत्रों के मुताबिक, पूछताछ के लिए डीएसपी देविंदर सिंह को दिल्ली लाया जा सकता है।
देविंदर, हिज्बुल मुजाहिदीन के आतंकियों-नवीद बाबू और आतिफ अहमद तथा वकील इरफान अहमद मीर से प्रारंभिक पूछताछ के दौरान जम्मू कश्मीर में तैनात कुछ एनआईए अधिकारी मौजूद थे। अधिकारियों ने कहा कि एनआईए द्वारा मामला दर्ज किए जाने के बाद उसे सभी रिकॉर्ड सौंप दिया जाएगा। पकड़े जाने के समय वाहन चला रहे मीर पर आरोप है कि उसे पाकिस्तान से आदेश मिलते थे। उसने भारतीय पासपोर्ट पर पांच बार पाकिस्तान की यात्रा की थी।