BHU संस्कृत धर्म संकाय के मुस्लिम प्रोफेसर फिरोज खान ने आयुर्वेद संकाय निकाय में दिया साक्षात्कार
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: November 30, 2019 01:21 PM2019-11-30T13:21:42+5:302019-11-30T13:21:42+5:30
आयुर्वेद संकाय प्रमुख यामिनी भूषण त्रिपाठी ने बताया, ‘‘फिरोज़ खान भी साक्षात्कार देने आए थे। सारी प्रक्रिया पूर्ण कर ली गयी है और परिणाम आने पर सूचना दे दी जाएगी। वहीं कला संकाय के संस्कृत विभाग में चार दिसंबर को साक्षात्कार है तथा वहां भी डॉक्टर फिरोज़ का नाम है।
काशी हिंदू विश्वविद्यालय के संस्कृत विद्या धर्म विज्ञान संकाय में डॉ फिरोज़ की नियुक्ति का विवाद अभी थमा नही है और उन्होंने आयुर्देव संकाय में साक्षात्कार दिया है। आयुर्वेद संकाय में 10 लोगों को आज साक्षात्कार देना था, जिसमें से आठ लोग आये थे। संकाय प्रमुख यामिनी भूषण त्रिपाठी ने बताया, ‘‘फिरोज़ खान भी साक्षात्कार देने आए थे।
सारी प्रक्रिया पूर्ण कर ली गयी है और परिणाम आने पर सूचना दे दी जाएगी। वहीं कला संकाय के संस्कृत विभाग में चार दिसंबर को साक्षात्कार है तथा वहां भी डा. फिरोज़ का नाम है। विश्वविद्यालय के जन संपर्क अधिकारी राजेश सिंह ने बताया कि योग्यता के अनुसार आवेदन करके कोई भी शार्ट लिस्ट होने पर आवेदन कर सकता है। वहीं संकाय में नियुक्ति का विरोध कर रहे छात्रों ने राम लाल ट्रस्ट के पीठाधीश जगतगुरु स्वामी राघवाचार्य से गुरुवार को मुलाकात कर बैठक की ।
इसके बाद में उन्होंने कहा कि डॉक्टर फिरोज खान की नियुक्ति कहीं भी उससे उन्हें कोई आपत्ति नहीं है बस उनके विभाग में यह नियुक्ति नहीं होनी चाहिए । दूसरी ओर संस्कृत विद्या धर्म विज्ञान संकाय में खान की नियुक्ति के विवाद के बीच विश्वविद्यालय ने उनका व्यक्तव्य जारी किया है। जारी किए गए व्यक्तव्य के अनुसार खान का कहना है कि समाचारपत्रों में उनके बारे में गलत बातें प्रकाशित की जा रही है।
वे कहां रह रहे हैं, किससे मिल रहे हैं, या किसके संरक्षण में हैं, इस बारे में मीडिया की कुछ ख़बरों के ज़रिये निरन्तर अनावश्क कयासबाज़ी की जा रही है जिससे वह काफ़ी व्यथित हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि न तो उन्हें कहीं जाने की आवश्यकता है और न ही उनके पास शहर छोड़ने का कोई कारण है। उन्होंने कहा है कि उनके विभिन्न आवेदनों को लेकर भी तमाम तरह की निराधार ख़बरें प्रकाशित की जा रही हैं।
उन्होंने कहा, “मेरे लिए ये बहुत बड़े सौभाग्य की बात है कि मुझे महामना की बगिया में अध्यापन में अवसर मिला। मैं महामना के आदर्शों और मूल्यों पर चलते हुए काशी हिन्दू विश्वविद्यालय में अपने कर्तव्य के पालन के लिए प्रतिबद्ध हूं। खान ने कहा कि वह अत्यंत लगन और समर्पण से काशी हिन्दू विश्वविद्यालय की सेवा कर रहे हैं तथा इस में सब के सहयोग की अपेक्षा रखते हैं।