रांची, 01 अक्टूबरः झारखंड की राजधानी रांची में हुए चार दिवसीय 'लोकमंथन' कार्यक्रम के समापन के मौके पर लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने लोगों को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने आरक्षण का मुद्दा उठाया और कहा कि डॉ. भीमराव आंबेडकर ने 10 साल तक आरक्षण देने की जरूरत बताई थी।
समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार, रविवार को 'लोकमंथन' कार्यक्रम को संबोधित करते हुए महाजन ने कहा कि आंबेडकर ने स्वयं कहा था कि आरक्षण केवल 10 वर्षों के लिए आवश्यक है और उन्होंने 10 वर्षों के भीतर समान विकास की कल्पना की थी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। यहां तक कि संसद में मौजूद लोगों ने 10 साल आरक्षण बढ़ाना जारी रखा।
उन्होंने प्रदर्शनकारियों द्वारा सरकारी संपत्तियों को नुकसान पहुंचाए जाने पर अफसोस प्रकट किया और कहा कि वे ऐसा कर करदाताओं के पैसे की बर्बादी करते हैं, इस विषय पर राष्ट्रभावना होनी चाहिए। महाजन ने उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू द्वारा लोकमंथन के उद्घाटन के मौके पर दिये गये भाषण का हवाला दिया जिन्होंने कहा था कि राष्ट्र सबसे पहले आना चाहिए।
उन्होंने कहा कि लोगों को जन गण और मन (लोग, समाज और मस्तिष्क) के बारे में सोचना चाहिए। लोगों को देश के इतिहास और साहित्य के बारे में जानना चाहिए। महिलाओं के विषय में उन्होंने कहा कि महिलाओं के सम्मान का बड़ा महत्व है। महिलाएं समाज का महत्वपूर्ण हिस्सा है और उनके बगैर समाज आगे नहीं बढ़ेगा।