डरी हुई है BJP, मेरी छवि खराब करने की कोशिश, हिंसा पर चुप्पी तोड़ें PM मोदीः जिग्नेश
By रामदीप मिश्रा | Published: January 5, 2018 06:00 PM2018-01-05T18:00:14+5:302018-01-05T18:25:36+5:30
जिग्नेश ने कहा कि उन्होंने न तो कोरेगांव-भीमा में घटना स्थल का दौरा किया था और न तो कोई भड़काऊं भाषण ही दिया था।
गुजरात के दलित नेता और विधायक जिग्नेश मेवानी ने शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से दलितों के खिलाफ हिंसा पर चुप्पी तोड़ने को कहा है। जिग्नेश ने नई दिल्ली में मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि उन्होंने न तो कोरेगांव-भीमा में घटना स्थल का दौरा किया था और न तो कोई भड़काऊं भाषण ही दिया था। भीमा-कोरेगांव में एक जनवरी को हुई हिंसा में एक व्यक्ति की मौत हो गई थी।
जिग्नेश ने कहा कि संघ परिवार और भाजपा के सदस्यों ने मेरी छवि को धूमिल कर मुझे निशाना बनाया है। मैं निर्वाचित प्रतिनिधि हूं। बीजेपी मुझसे डरी हुई है। यह गुजरात के परिणामों का असर है। उन्हें अगले लोकसभा चुनावों का भी डर लग रहा है।
उन्होंने कहा कि यदि दलित शोषण के खिलाफ लड़ना चाहते हैं, तो उन्हें सड़कों पर उतरना होगा। (लेकिन) अगर दलित समाज के एक विधायक को निशाना बनाया जाता है, तो आम आदमी बोलने की हिम्मत कैसे कर सकता है?
उन्होंने कहा कि दलितों के खिलाफ हिंसा के मामलों में कोई कार्रवाई नहीं हुई है। पीएम मोदी को अपना पक्ष स्पष्ट करना चाहिए। वह चुप्पी क्यों साधे हुए हैं?
पुलिस ने गुरुवार को भड़काऊ भाषण देने के आरोप पर मेवानी के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की। कथित तौर पर मेवानी के भड़काऊं भाषण के कारण दलितों और मराठों के बीच जातीय तनाव पैदा हुआ था।
उन्होंने कहा कि उनके खिलाफ मामला दर्ज करने के महाराष्ट्र सरकार के फैसले से दलित आक्रोशित हो सकते हैं, जिसके कारण अधिक हिंसा भड़क सकती है। उन्होंने दलितों से शांति बनाए रखने की अपील की। मेवानी ने कहा कि वह नौ जनवरी को दिल्ली में एक रैली करेंगे।
(आईएएनएस से खबर इनपुट )