भीमा-कोरेगांव हिंसा पर भड़के मल्लिकार्जुन खड़गे, कहा- जरूरी मुद्दों पर PM 'मौनी बाबा' बन कर नहीं रह सकते
By लोकमत समाचार हिंदी ब्यूरो | Published: January 3, 2018 12:49 PM2018-01-03T12:49:12+5:302018-01-03T13:24:23+5:30
पुणे हिंसा पर लोकसभा में विपक्ष के नेता मलिल्लार्जुन खड़गे ने बीजेपी और पीएम मोदी को आड़े हाथों लिया।
लोकसभा में महाराष्ट्र के भीमा-कोरेगांव हिंसा के मामले पर कांग्रेस ने जमकर आक्रोश व्यक्त किया है। कांग्रेस के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने बीजेपी को आड़े हाथों लिया है। भीमा-कोरेगांव में दलितों पर हुए हमले का मुद्दा लोकसभा में उठाते हुए कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि अभी महाराष्ट्र में हिंसा हुई, इससे पहले गुजरात के उना में भी दलितों पर अत्याचार हुआ था। जहां-जहां बीजेपी की सरकार है, दलितों पर वहां अत्याचार बढ़े हैं।
उन्होंने आरएसएस पर निशाना साधते हुए कहा, 'समाज में बंटवारा करने के लिए कट्टर हिन्दुवादी, जो वहां आरएसएस के लोग हैं, इसके पीछे उनका हाथ है, उन्होंने यह काम करवाया है।'
खड़गे ने भीमा कोरेगांव में हुई हिंसा की सुप्रीम कोर्ट के जज से जांच कराने के साथ पीएम मोदी से इस मुद्दे पर बयान की मांग की। उन्होंने कहा, 'ऐसे मुद्दों पर वह मौनी बाबा बन कर नहीं रह सकते।'
Congress leader Mallikarjun Kharge says "Supreme Court judge should be appointed for inquiry in #BhimaKoregaonViolence; PM should also give a statement, he can't stay mum! He is a 'Mauni baba on such issues'"
— ANI (@ANI) 3 January 2018
Samaaj mein division karne ke liye, kattar Hindutvavaadi, jo wahan RSS ke log hain...iske peecha unka haath hai. Unhone ye kaam karwaya hai: Mallikarjun Kharge in Lok Sabha #BhimaKoregaonViolence
— ANI (@ANI) 3 January 2018
खड़गे के इन आरोपों के जवाब में संसदीय कार्यमंत्री अनंत कुमार ने कहा, 'मल्लिकार्जुन खड़गे इस आगे को भड़काने की कोशिश कर रहे हैं, कांग्रेस यहां फूट डालो और राज करो का खेल खेलने की कोशिश कर रही। वह बस राजनीतिक फायदे के लिए यह मुद्दा उठा रहे हैं।
क्या है मामला भीमा-कोरेगांव हिंसा
एक जनवरी को पुणे के भीमा कोरेगांव में दलित समाज के शौर्य दिवस पर भड़की हिंसा के विरोध में दलित संगठनों ने आज महाराष्ट्र बंद है। प्रदर्शनकारियों ने महाराष्ट्र के ठाणे रेलवे स्टेशन पर ट्रेन रोक दी है। कोरेगांव हिंसा को देखते हुए ठाणे में अब 4 जनवरी तक धारा 144 लगा दी गई है। राज्य में बंद होने से राज्य की 40 हजार बसें नहीं चलेंगी और पुणे हाईवे भी बंद रहेगा।