कोविड मामलाः नाक से दिए जाने वाले कोविड-19 टीके पर क्या बोले- भारत बायोटेक के चेयरमैन कृष्णा एल्ला
By सतीश कुमार सिंह | Published: April 25, 2021 08:51 AM2021-04-25T08:51:21+5:302021-04-25T09:07:57+5:30
देश में टीकाकरण अभियान को समर्थन और गति देने के लिए भारत बायोटेक अगले महीने यानी मई में कोविड-19 टीके कोवैक्सिन की तीन करोड़ खुराक का उत्पादन करेगी।
नई दिल्लीः भारत बायोटेक के चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर कृष्णा एल्ला ने कहा कि कड़ाई से मास्क पहनने की जरूरत है।
कोरोना के दोबारा संक्रमण के मामलों और चिंताओं के बीच टीका लगाने के बाद कड़ाई से मास्क पहनने की आवश्यकता पर जोर देते हुए भारत बायोटेक के मुखिया कृष्णा एल्ला ने स्पष्ट किया कि इंजेक्टेबल टीके (वैक्सीन) केवल निचले फेफड़े की रक्षा करते हैं, ऊपरी फेफड़े की नहीं। इसलिए कोरोना से संक्रमित होने की संभावना को वैक्सीन की दो खुराक पाने के बाद भी पूरी तरह से इनकार नहीं किया गया है।
मृत्यु दर कम हो जाएगी
कृष्णा एल्ला ने कहा कि इंजेक्टेबल वैक्सीन केवल निचले फेफड़ों, ऊपरी फेफड़ों और नाक की रक्षा करती हैं। टीका लगाए गए लोगों को संक्रमण हो सकता है। लेकिन टीका आपको अस्पताल में भर्ती होने से रोकेगा। आपको 2-3 दिनों तक बुखार हो सकता है। लेकिन मृत्यु दर कम हो जाएगी।
भारत बायोटेक के चेयरमैन ने कहा कि नाक के टीके के कामकाज का पता लगाना। उन्होंने कहा, "यदि आप नाक के टीके की एक खुराक लेते हैं तो आप संक्रमण को रोक सकते हैं और इस तरह संचरण श्रृंखला को अवरुद्ध कर सकते हैं। यह सिर्फ 4 बूंदों के बारे में है। पोलियो की तरह है। एक नाक में 2 और दूसरे में दो बूंद। हम नाक के टीकों के साथ विश्व स्तर पर टाई कर सकते हैं।
भारत बायोटेक कोवैक्सीन समेत अन्य टीकों के उत्पादन के लिए दो और इकाइयां लगा रही
भारत बायोटेक नाक के माध्यम से दिया जाने वाला कोविड-19 रोधी टीका विकसित कर रही है जिसका पहले चरण का परीक्षण अगले महीने शुरू हो सकता है। टीका निर्माता कंपनी के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक कृष्णा एल्ला ने कही। भारत बायोटेक कोवैक्सीन समेत अन्य टीकों के उत्पादन के लिए दो और इकाइयां लगा रही है।
मुझे लगता है कि टीके के परीक्षण का पहला चरण (अगले महीने) शुरू होगा क्योंकि यह एक बार में दिया जाने वाला टीका होगा। क्लिनिकल ट्रायल की प्रक्रिया भी अपेक्षाकृत तेज होगी।’’ एल्ला ने कहा कि कोविड-19 के आने वाले टीकों की इंजेक्शन के जरिये दो खुराक देने की जरूरत होगी और भारत जैसे देश में 2.6 अरब सिरिंज तथा सुइयों की जरूरत होगी जिससे प्रदूषण में भी वृद्धि होगी।
नाक के माध्यम से एक खुराक में दिया जा सकने वाला टीका होगा
उन्होंने कहा कि भारत बायोटेक ने कई चीजों को ध्यान में रखते हुए एक नये ‘चिंप-एडिनोवायरस’ टीके के लिए सेंट लुईस में वाशिंगटन यूनिवर्सिटी स्कूल के साथ करार किया है जो कोविड-19 के लिए नाक के माध्यम से एक खुराक में दिया जा सकने वाला टीका होगा।
कंपनी के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक कृष्णा एल्ला ने मंगलवार को यह जानकारी दी। मार्च में कंपनी ने कोवैक्सिन की 1.5 करोड़ खुराक का उत्पादन किया था। वैक्सीन विनिर्माता ने बयान में कहा कि उसने कोवैक्सिन की सालाना उत्पादन क्षमता को बढ़ाकर 70 करोड़ खुराक कर लिया है।
4,500 करोड़ रुपये का अग्रिम भुगतान करने की भी अनुमति
एल्ला का यह बयान ऐसे समय आया है जबकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वैक्सीन विनिर्माताओं से टीके का उत्पादन बढ़ाने को कहा है, जिसमें कम से कम समय में सभी भारतीयों का टीकाकरण किया जा सके। सरकार ने सीरम इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया (एसआईआई) तथा भारत बायोटेक को भविष्य में आपूर्ति बढ़ाने के लिए 4,500 करोड़ रुपये का अग्रिम भुगतान करने की भी अनुमति दी है।