भारत बंद: दलित आंदोलन के दौरान मध्य प्रदेश में बीजेपी विधायक ने जबरदस्ती बंद करवाई दुकानें
By कोमल बड़ोदेकर | Published: April 3, 2018 08:08 AM2018-04-03T08:08:19+5:302018-04-03T12:12:56+5:30
दलित संगठनों के 'भारत बंद' के दौरान कई राज्यों में तोड़-फोड़, आगजनी और फायरिंग में अब तक 12 लोगों की मौत हो चुकी है।
भोपाल/आगर, 3 अप्रैल। एससी-एसटी एक्ट के तहत तत्काल गिरफ्तारी पर सुप्रीम कोर्ट के रोक के फैसले के खिलाफ देशभर के कई हिस्सों में हिंसा, आगजनी और तोड़फोड़ की खबर है। इस एक्ट को मूलरूप में बहाल करने की मांग को लेकर दलित संगठनों के 'भारत बंद' के दौरान कई राज्यों में तोड़-फोड़, आगजनी और फायरिंग में अब तक 12 लोगों की मौत हो चुकी है। इनमें मध्य प्रदेश में 6, उत्तर प्रदेश में 3 राजस्थान में 1 उत्तर प्रदेश और बिहार में एंबुलेंस रुकने से नवजास सहित 2 लोगों की मौत हुई है।
वहीं दलित आंदोलन के दौरान मध्य प्रदेश से एक ऐसी तस्वरी भी सामने आई है जहां बीजेपी विधायक लोगों से जबरदस्ती दुकानें बंद करवाते हुए नजर आ रहे हैं। ये तस्वीर मध्य प्रदेश के मालवा संभाग में आने वाले आगर जिले की है जहां बीजेपी एमएलए गोपाल परमार दलित आंदोलन के दौरान व्यपारियों से जबरदस्ती उनसे दुकानें बंद करवा रहे हैं।
Gopal Parmar, BJP MLA from Agar, seen forcing shop owners to close their shops during protest over SC/ST Protection Act in Agar yesterday #BharatBandh#MadhyaPradeshpic.twitter.com/aOubpB94F5
— ANI (@ANI) April 3, 2018
सरकारी विज्ञप्ति के अनुसार आगरा, हापुड़, गाजियाबाद और मेरठ में मंगलवार को स्कूल और कॉलेज बंद रहेंगे। मेरठ के जिलाधिकारी ने बताया कि मंगलवार को 1 से लेकर डिग्री कॉलेज तक कोई कक्षाएं नहीं चलेंगी। हालाकि 10वीं और 12वीं के साथ यूनिवर्सिटी के एग्जाम अपने तयशुदा कार्यक्रम के अनुरूप ही होंगे।
केंद्र ने दलित संगठनों के राष्ट्रव्यापी बंद के दौरान हिंसक प्रदर्शनों के बाद आज 1700 दंगा रोधी पुलिसकर्मियों को उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, राजस्थान और पंजाब रवाना किया। गृह मंत्रालय के एक अधिकारी ने बताया कि त्वरित कार्रवाई बल (आरएएफ) की आठ कंपनियां उत्तर प्रदेश, चार कंपनियां मध्य प्रदेश और तीन कंपनियां राजस्थान भेजी गई हैं। आरएएफ की एक कंपनी में लगभग 100 कर्मी होते हैं।