दो दिवसीय भारत बंद आज से, 20 करोड़ लोगों के शामिल होने का दावा, बैंक सहित कई सेक्टर होंगे प्रभावित
By विशाल कुमार | Published: March 28, 2022 08:10 AM2022-03-28T08:10:37+5:302022-03-28T08:13:18+5:30
ऑल इंडियन ट्रेड यूनियन कांग्रेस की महासचिव अमरजीत कौर ने बताया कि वे देशभर में कामगारों की सामूहिक लामबंदी के साथ 20 करोड़ से अधिक औपचारिक और अनौपचारिक कार्यकर्ताओं की भागीदारी की उम्मीद कर रहे हैं।
नई दिल्ली: मजदूरों, किसानों और आम जनता को प्रभावित करने वाली केंद्र सरकार की नीतियों के विरोध में केंद्रीय व्यापार संघों के एक संयुक्त मंच ने आज से दो दिवसीय देशव्यापी हड़ताल का आह्वान किया है। अखिल भारतीय बैंक कर्मचारी संघ ने हड़ताल को अपना समर्थन देने की घोषणा की है।
ऑल इंडियन ट्रेड यूनियन कांग्रेस की महासचिव अमरजीत कौर ने बताया कि वे देशभर में कामगारों की सामूहिक लामबंदी के साथ 20 करोड़ से अधिक औपचारिक और अनौपचारिक कार्यकर्ताओं की भागीदारी की उम्मीद कर रहे हैं।
सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के निजीकरण की सरकार की योजना के साथ-साथ बैंकिंग कानून संशोधन विधेयक, 2021 के विरोध में बैंक संघ हड़ताल में भाग ले रहे हैं।
भारतीय स्टेट बैंक सहित कई बैंकों ने बयान जारी कर ग्राहकों को सूचित किया है कि सोमवार और मंगलवार को बैंकिंग सेवाएं प्रभावित हो सकती हैं।
बैंकों के अलावा, स्टील, तेल, दूरसंचार, कोयला, डाक, आयकर, तांबा और बीमा जैसे कई अन्य क्षेत्रों के कर्मचारियों के हड़ताल में भाग लेने की उम्मीद है।
रेलवे और रक्षा क्षेत्र की यूनियनों से कई सैकड़ों स्थानों पर हड़ताल के समर्थन में बड़े पैमाने पर लामबंदी करने की उम्मीद है। रोडवेज, परिवहन कर्मियों और बिजली कर्मचारियों ने हड़ताल में शामिल होने का फैसला किया है।
ऊर्जा मंत्रालय ने आज सभी सरकारी कंपनियों और अन्य एजेंसियों को हाई अलर्ट पर रहने और चौबीसों घंटे बिजली आपूर्ति और राष्ट्रीय ग्रिड की स्थिरता सुनिश्चित करने की सलाह दी।
मंत्रालय की सलाह में कहा गया है कि अस्पतालों, रक्षा और रेलवे जैसी आवश्यक सेवाओं में लगे लोगों को बिजली की आपूर्ति सुनिश्चित की जानी चाहिए और सूचना के प्रसार और किसी भी तरह की आकस्मिकता से निपटने के लिए 24 घंटे का नियंत्रण कक्ष स्थापित करने का सुझाव दिया।
पश्चिम बंगाल सरकार ने कर्मचारियों को सोमवार और मंगलवार को ड्यूटी पर आने के लिए कहा है कि भारत बंद के बावजूद राज्य सरकार के सभी कार्यालय खुले रहेंगे।
अपने ज्ञापन में बंगाल सरकार ने यह भी कहा कि 28 और 29 मार्च को किसी भी कर्मचारी को कोई आकस्मिक अवकाश या आधे दिन की छुट्टी नहीं दी जाएगी।
आरएसएस के भारतीय मजदूर संघ ने घोषणा की है कि वह हड़ताल में शामिल नहीं होगा। संघ ने कहा कि आगामी हड़ताल 'राजनीति से प्रेरित' है और इसका उद्देश्य चुनिंदा राजनीतिक दलों को बचाना है।
अखिल भारतीय असंगठित कामगार और कर्मचारी कांग्रेस ने देशव्यापी हड़ताल को समर्थन दिया है। उसने कहा कि हमारे नेता राहुल गांधी उनकी मांगों के पक्ष में चिंता व्यक्त करते रहे हैं।