कुडनकुलम प्लांट के साथ-साथ इसरो पर भी था साइबर अटैक का खतरा, अमेरिकी कंपनी ने किया था अलर्ट: रिपोर्ट
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: November 6, 2019 03:39 PM2019-11-06T15:39:17+5:302019-11-06T15:39:17+5:30
पिछले महीने यानी 29 अक्टूबर को एनपीसीआईएल ने स्वीकार भी किया कि कुडनकुलम परमाणु ऊर्जा संयंत्र में उसके एक कंप्यूटर पर मैलवेयर हमला हुआ था।
कुडनकुलम न्यूक्लियर पावर प्लांट (KKNPP) के एक कंप्यूटर पर मैलवेयर हमले की पुष्टि के बाद अब ये बात सामने आई है कि इसरो को भी ऐसे हमलों से आगाह किया गया है। इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट के अनुसार नेशनल साइबर को-ऑर्डिनेशन सेंटर को इस संबंध में अमेरिका आधारित साइबर सुरक्षा से जुड़ी कंपनी की ओर से 3 सितंबर को ऐसे हमलों को लेकर अलर्ट किया गया था।
इसके अगले ही दिन फिर इसरो और एनपीसीआईएल को इस अलर्ट के बारे में जानकारी दी गई थी। इससे पहले माना जा रहा था कि केवल कुडनकुलम न्यूक्लियर पावर प्लांट पर ही 'साइबर अटैक' का खतरा है। कुडनकुलम न्यूक्लियर पावर प्लांट की देखरेख न्यूक्लियर पावर कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (एनपीसीआईएल) करती है।
पिछले महीने यानी 29 अक्टूबर को एनपीसीआईएल ने स्वीकार भी किया कि कुडनकुलम परमाणु ऊर्जा संयंत्र में उसके एक कंप्यूटर पर मैलवेयर हमला हुआ था। एनपीसीआईएल ने हालांकि कहा कि हमले से संयंत्र की कंप्यूटरीकृत कार्यप्रणाली पर असर नहीं पड़ा।
एनपीसीआईएल के अनुसार जांच में पता चला कि प्रभावित कंप्यूटर एक यूजर का था जो कि प्रशासनिक उद्देश्यों के लिए इस्तेमाल होने वाले इंटरनेट नेटवर्क से जुड़ा था। बयान में कहा गया यह अति महत्वपूर्ण नेटवर्क से अलग था। नेटवर्क की लगातार निगरानी की जाती है। जांच टीम ने यह भी पुष्टि की कि संयंत्र की प्रणाली प्रभावित नहीं हुई।