ममता बनर्जी ने कहा, अम्फान से बंगाल को 1 लाख करोड़ रुपये का नुकसान, अपनी जिंदगी में ऐसी तबाही नहीं देखी
By निखिल वर्मा | Published: May 22, 2020 02:51 PM2020-05-22T14:51:06+5:302020-05-22T14:57:07+5:30
ममता बनर्जी ने बताया है कि अम्फान किसी राष्ट्रीय आपदा से कहीं अधिक है. मैंने अपनी जिंदगी में ऐसी तबाही कभी नहीं देखी. पश्चिम बंगाल की 60 प्रतिशत आबादी इससे प्रभावित है. छह करोड़ से अधिक लोग इससे प्रत्यक्ष रूप से प्रभावित हो रहे हैं.
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ समीक्षा बैठक के बाद कहा है कि चक्रवात ‘अम्फान’ के कारण पश्चिम बंगाल को एक लाख करोड़ रुपये से ज्यादा का नुकसान हुआ है। बनर्जी ने कहा, संकट की इस घड़ी में हम सभी को साथ मिलकर काम करना चाहिए। पश्चिम बंगाल में चक्रवाती तूफान के बाद के हालात के बारे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को विस्तार से सूचित किया। शुक्रवार को ममता बनर्जी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ चक्रवात ‘अम्फान’ से बुरी तरह प्रभावित हुए पश्चिम बंगाल में हालात का जायजा लिया।
पश्चिम बंगाल के बशीरहाट में प्रधानमंत्री मोदी ने अम्फान चक्रवात की वजह से जिन लोगों की मृत्यु हुई है, उनके परिजनों को 2 लाख रुपये मुआवाज देने का ऐलान किया है। पीएम ने कहा कि गंभीर रूप से घायल लोगों को 50000 हजार रुपये का इलाज के लिए दिया जाएगा। इसके अलावा पीएम मोदी ने बंगाल को एक हजार करोड़ रुपये के पैकेज को देने की घोषणा की। इससे पहले ममता बनर्जी ने गुरुवार (21 मई) को मृतकों के परिजन को दो-दो लाख रुपये और प्रभावित इलाकों में प्राथमिक बहाली कार्य के लिए एक हजार करोड़ रुपये के कोष का ऐलान किया था।
चक्रवात ‘अम्फान’ ओडिशा के तट के पास से गुजर गया, जिसके कारण राज्य में उतना नुकसान नहीं हुआ, जितना पश्चिम बंगाल में हुआ है। चक्रवात ‘अम्फान’ को बंगाल की खाड़ी में 1999 के महाचक्रवात के बाद दूसरा सबसे भीषण तूफान माना जा रहा है। इक्कीस साल पहले आए महाचक्रवात में लगभग 10 हजार लोगों की मौत हुई थी।
ममता बनर्जी ने कहा कि स्थिति के सामान्य होने में समय लगेगा क्योंकि चक्रवात ने बंगाल में करीब सात से आठ जिलों में तबाही मचाई है और राज्य की करीब 60 प्रतिशत आबादी इससे प्रभावित है। उन्होंने कहा, ‘‘ स्थिति सामान्य होने में समय लगेगा...यह एक भयावह आपदा है। हमारे सभी अधिकारी और मंत्री प्रयास कर रहे हैं। पुलिस भी लगातार काम कर रही है। हम लॉकडउन, कोविड-19 और अब आपदा तीन चुनौतियों का सामना कर रहे हैं। गांव पूरी तरह तबाह हो गए हैं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘ फोन सेवाएं ठप पड़ गई हैं। मेरा लैंडलाइन काम कर रहा है लेकिन मेरा मोबाइल फोन काम नहीं कर रहा। हालात इतने खराब हैं।’’ उन्होंने बताया कि राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने भी उनसे फोन करके स्थिति के बारे में जानकारी हासिल की थी। साथ ही ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने भी मदद की पेशकश की है। ममता ने कहा कि वह शनिवार को कुछ और स्थानों का दौरा भी करेंगी।