एक और बैंक में घोटाला, बैंक ऑफ महाराष्ट्र में 3 हजार करोड़ का फर्जीवाड़ा, CEO गिरफ्तार
By भारती द्विवेदी | Published: June 21, 2018 08:44 AM2018-06-21T08:44:28+5:302018-06-21T08:44:28+5:30
इसी साल फरवरी में चार हजार निवेशकों को 1150 करोड़ रुपए के ठगी के आरोप में डीएसके ग्रुप के मालिक डीएस कुलकर्णी और उसकी पत्नी हेमंती को गिरफ्तार किया जा चुका है।
नई दिल्ली, 21 जून: पंजाब नेशनल बैंक के बाद अब एक और बैंक का फर्जीवाड़ा सामने आया है। पुणे आर्थिक अपराध शाखा ने बैंक ऑफ महाराष्ट्र के मैनेजिंग डायरेक्टर और सीईओ रविंद्र मराठे को गिरफ्तार किया है। रविंद्र के अलावा और पांच लोगों की गिरफ्तारी है। रविंद्र पर पद का दुरूपयोग करके पुणे के रियल एस्टेट डेवलपर डीएसके ग्रुप को दो हजार करोड़ रुपए का कर्ज देने का आरोप लगा है। बैंक की तरफ से ये लोन उस समय दिया गया है, जब उन्हें पता था कि बिल्डर दिवालिया हो चुका है।
आर्थिक अपराधा शाखा ने बैंक के कार्यकारी निदेशक राजेंद्र गुप्ता, जोनल मैनेजर नित्यानंद देशपांडे, पूर्व सीएमडी सुशील मुहनोत के अलावा डीएसके ग्रुप के चार्टर्ड अकाउंटेंट और इंजीनियरिंग डिपार्टमेंट के बंदे को गिरफ्तार किया है। इन सभी पर धोखाधड़ी, ठगी, आपराधिक साजिश के तहत मामला दर्ज किया गया है।
बता दें कि इसी साल फरवरी में चार हजार निवेशकों को 1150 करोड़ रुपए के ठगी के आरोप में डीएसके ग्रुप के मालिक डीएस कुलकर्णी और उसकी पत्नी हेमंती को गिरफ्तार किया जा चुका है। डीएस कुलकर्णी पर बैंक का पैसा न चुकाने और सही समय पर फ्लैट न देने के आरोप था। कुलकर्णी पर निवेशकों के 230 करोड़ रुपए भी नहीं लौटाने का आरोप है। महाराष्ट्र सरकार ने पिछले महीने मालिकों अौर कंपनी की 120 से अधिक संपत्तियां और 275 से अधिक बैंक खाते और वाहन जब्त करने का आदेश दिया था।
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