'कांग्रेस छोड़ दो वरना..', बजरंग पुनिया को व्हाट्सएप पर मिली जान से मारने की धमकी
By रुस्तम राणा | Published: September 8, 2024 08:02 PM2024-09-08T20:02:48+5:302024-09-08T20:06:10+5:30
मैसेज में भेजने वाले ने लिखा कि बजरंग को कांग्रेस छोड़ देनी चाहिए या फिर गंभीर परिणाम भुगतने के लिए तैयार रहना चाहिए।
नई दिल्ली: भारत के स्टार पहलवान और अब अखिल भारतीय किसान कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष बजरंग पुनिया को रविवार को जान से मारने की धमकी मिली। उन्हें यह धमकी एक अंतरराष्ट्रीय नंबर से व्हाट्सएप मैसेज के जरिए मिली। मैसेज में भेजने वाले ने लिखा कि बजरंग को कांग्रेस छोड़ देनी चाहिए या फिर गंभीर परिणाम भुगतने के लिए तैयार रहना चाहिए।
धमकी भरे मैसेज में कहा गया है, "बजरंग, कांग्रेस छोड़ दो वरना तुम्हारे और तुम्हारे परिवार के लिए अच्छा नहीं होगा। यह हमारा आखिरी संदेश है। चुनाव से पहले हम तुम्हें दिखा देंगे कि हम क्या हैं। जहां चाहो शिकायत कर लो, यह हमारी पहली और आखिरी चेतावनी है।" पुनिया ने सोनीपत के बहालगढ़ थाने में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।
पहलवान विनेश फोगट, पुनिया का राजनीति में प्रवेश
ओलंपियन विनेश फोगट और पुनिया, जो तत्कालीन डब्ल्यूएफआई प्रमुख और पूर्व भाजपा सांसद बृज भूषण शरण सिंह के खिलाफ पहलवानों के विरोध में सबसे आगे थे, शुक्रवार (6 सितंबर) को कांग्रेस में शामिल होकर राजनीति के मैदान में उतरे और "न डरने और न पीछे हटने" की कसम खाई। जहां पुनिया को कांग्रेस की किसान इकाई में भूमिका मिली, वहीं फोगट को जुलाना विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ने के लिए पार्टी का टिकट मिला।
फोगट और पुनिया ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे से उनके आवास पर मुलाकात की और बाद में कांग्रेस महासचिव प्रभारी संगठन केसी वेणुगोपाल, एआईसीसी महासचिव प्रभारी हरियाणा दीपक बाबरिया, हरियाणा कांग्रेस प्रमुख उदय भान और पार्टी के मीडिया और प्रचार विभाग के प्रमुख पवन खेड़ा की मौजूदगी में एआईसीसी मुख्यालय में पार्टी में शामिल हुए।
पार्टी में शामिल होने के बाद, फोगट ने कहा कि भाजपा सिंह का समर्थन कर रही थी, जबकि कांग्रेस ने विरोध करने वाले पहलवानों का समर्थन किया जब उन्हें दिल्ली में "सड़कों पर घसीटा जा रहा था"। पुनिया और फोगट 2023 में पूर्व भाजपा सांसद और तत्कालीन भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) प्रमुख सिंह के खिलाफ यौन उत्पीड़न के आरोपों को लेकर विरोध प्रदर्शन का हिस्सा थे।
गौरतलब है कि हरियाणा की 90 सीटों के लिए 5 अक्टूबर को मतदान होगा और वोटों की गिनती 8 अक्टूबर को होगी।