आजम खान के 'बैन' पर बेटे अब्दुल्लाह ने खेला 'मुस्लिम कार्ड', चुनाव आयोग पर लगाया ये गंभीर आरोप
By पल्लवी कुमारी | Published: April 16, 2019 08:06 PM2019-04-16T20:06:43+5:302019-04-16T20:06:43+5:30
आजम खान ने सफाई देते हुए कहा था कि उन्होंने अपने भाषण में किसी का नाम नहीं लिया, और अगर किसी का नाम लिया हो तो वह चुनाव नहीं लड़ेगें।
चुनाव आयोग द्वारा समाजवादी पार्टी के फायर ब्रैंड नेता आजम खान पर बैन लगाए जाने के बाद उनके बेटे अब्दुल्लाह ने बयान दिया है। आजम के बेटे अब्दुल्लाह ने चुनाव आयोग पर आरोप लगाया है कि उसके पिता को इसलिए बैन किया गया है क्योंकि वह मुस्लिम हैं। अब्दुल्लाह ने कहा, ये कार्रवाई अनुचित है क्योंकि उनके पिता को स्थिति स्पष्ट करने का मौका नहीं दिया गया।
अब्दुल्लाह ने पत्रकारों को कहा, ''बीजेपी प्रत्याशी ने जब ट्विटर पर कहा कि वह दानव का अंत करने रामपुर आ रही हैं, तब उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गयी।''
अब्दुल्लाह , ''लेकिन जिस भाषण में नाम या लिंग का कोई उल्लेख नहीं है, बीजेपी को खुश करने के लिए आजम खान पर प्रतिबंध लगा दिया गया क्योंकि वह मुस्लिम हैं ... चूंकि योगी पर प्रतिबंध लगा इसलिए आजम पर प्रतिबंध की आवश्यकता पड़ी ताकि ऐसा ना लगे कि बीजेपी के ही खिलाफ कार्रवाई हो रही है।''
अब्दुल्लाह ने कहा, ''सपा नेता को उनका नजरिया नहीं व्यक्त करने दिया गया। कोई नोटिस नहीं दिया गया ... न्याय से वंचित किया गया।'' चुनाव आयोग ने सोमवार को आजम खान पर उनकी विवादास्पद टिप्पणियों के लिए 72 घंटे का प्रतिबंध लगाया है।
आजम खान ने जया प्रदा को लेकर क्या दिया बयान?
उत्तर प्रदेश की रामपुर सीट से सपा प्रत्याशी आजम खान के अपनी प्रतिद्वंद्वी बीजेपी उम्मीदवार जया प्रदा के खिलाफ कथित रूप से बेहद व्यक्तिगत अभद्र टिप्पणी किए जाने का एक वीडियो सामने आया था। वीडियो के मुताबिक रामपुर में एक चुनावी सभा में आजम खान ने कहा था "रामपुर वालों, उत्तर प्रदेश वालों, हिंदुस्तान वालों! उसकी असलियत समझने में आपको 17 बरस लग गए। मैं 17 दिन में पहचान गया कि इनके नीचे का जो अंडरवियर है वह भी खाकी रंग का है। मैं 17 दिन में पहचान गया, आपको पहचानने में 17 बरस लगे, 17 बरस।" आजम खान ने इस वीडियो में जया प्रदा का नाम नहीं लिया था लेकिन बीजेपी इसे जया के खिलाफ अभद्र टिप्पणी के रूप में पेश कर रही है।