अयोध्या में विधायक और महापौर पर जमीन की अवैध प्लाटिंग का आरोप, सांसद ने योगी को लिखा था पत्र
By शिवेंद्र राय | Published: August 7, 2022 02:34 PM2022-08-07T14:34:14+5:302022-08-07T14:35:48+5:30
अयोध्या से सांसद लल्लू सिंह ने जमीन की हेराफारी मामले में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखकर इस बड़े खेल की एसआईटी जांच कराए जाने की मांग की थी। अब जमीन की अवैध प्लाटिंग में जिन लोगों के नाम सामने आए हैं उनमें महापौर ऋषिकेश उपाध्याय और नगर विधायक वेद प्रकाश गुप्ता भी शामिल हैं।
अयोध्या: अयोध्या विकास प्रधिकरण ने शहर में जमीन की अवैध प्लाटिंग करने वालों की सूची सार्वजनिक कर दी है। इस सूची में अयोध्या नगर निगम महापौर ऋषिकेश उपाध्याय, नगर विधायक वेद प्रकाश गुप्ता और पूर्व विधायक गोरखनाथ बाबा सहित कई अन्य के नाम शामिल हैं। सूची में शामिल सभी नाम उंची पहुंच और रसूख वाले लोगों के हैं। हाल ही में अयोध्या से भाजपा सांसद लल्लू सिंह ने मुख्यमंत्री को जमीन के इस बड़े खेल की एसआईटी जांच कराए जाने के लिए पत्र लिखा था। इसके बाद से ही जमीन की अवैध प्लाटिंग कर बेचने खरीदने का मामला चर्चा में है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को लिखे अपने पत्र में लल्लू सिंह ने लिखा था, "आपके संज्ञान में लाना चाहता हूं कि अयोध्या में भू-माफियाओं का ऐसा दबदबा है कि पूर्व में भू सम्बन्धित तात्कालिक अधिकारियों / कर्मचारियों के साथ मिलकर नजूल तथा डूब क्षेत्र ( दरिया बुर्ज ) की जमीनों में कागजी हेराफेरी करके लोगों को गुमराह कर जमीनों को ऐन-केन-प्रकारेण उनके नाम कर दिया। जिसमें रोजी-रोटी कमाने वाले जो व्यक्ति शहर में रहना चाहते हैं ऐसे लोगों के साथ उक्त जमीनों को बेचकर करोड़ों / अरबों रूपयों की हेराफेरी की है। जमथरा घाट से गोलाघाट तक की जमीनों पर भू-माफियाओं का व्यापार फल-फूल रहा है। यहां यह कहना उचित है कि गत तीन दशकों से उoप्रo शासन द्वारा नजूल का किसी भी प्रकार का पट्टा नहीं किया जा रहा है और न ही किए गये पट्टे का रिन्यूनल हो रहा है एवं डूब क्षेत्र ( दरिया बुर्ज) जमीनों पर किसी प्रकार का फ्री होल्ड भी नहीं हो रहा है, फिर भी उपरोक्त जमीन का किन परिस्थितियों में भू-माफियाओं द्वारा डूब क्षेत्र व नजूल की भूमि का विक्रय किया गया जिसपर स्थायी व अस्थायी लोगों द्वारा निर्माण कराया जा रहा है। ऐसा देखा गया है कि लोगों ने जो जमीन खरीदकर अपना मकान बना लिया है या बनाने वाले हैं उस जमीन की जाँच एस०आई०टी० द्वारा होना आवश्यक है जिसमें भू-माफियाओं के साथ तत्कालीन दोषी अधिकारियों / कर्मचारियों के विरूद्ध कठिन से कठिन कार्यवाही हो सके। अतः आपसे अनुरोध है कि अयोध्या महानगर विकसित होने में विभिन्न योजनाओं में जमीनों का आरक्षित होना आवश्यक है। अतएव अयोध्या में जमथरा से गोलाघाट तक भू-माफियाओं द्वारा नजूल तथा डूब क्षेत्र की विक्रय की गई भूमि में भ्रष्टाचार की जाँच करवाकर तत्कालीन दोषी अधिकारियों व कर्मचारियों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्यवाही की जाय जिससे भविष्य में भू-माफियाओं पर लगाम लगाया जा सके।"
अयोध्या से सांसद लल्लू सिंह ने जमीन की हेराफारी कर करोड़ो अरबों के वारे-न्यारे की बात की थी। इस पत्र के बाद से ही प्रशासन नींद से जागा और अब जमीन की अवैध प्लाटिंग करने वालों पर कानूनी कार्रवाई करने की तैयारी हो रही है। इस मामले पर अयोध्या विकास प्राधिकरण के सचिव विशाल सिंह ने कहा कि हमने अभी तक 40 अवैध कालोनियों को चिह्नित कर लिया है। इन्हें ध्वस्त किया जाएगा। यहां खरीद फरोख्त करने वालों की पहचान हो गई है और उनकी जांच की जा रही है। ऐसे लोगों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी।