औरंगजेब कब्र विवाद: मनसे ने शिवसेना पूछा, ''क्या आप नहीं चाहते कि बालासाहेब की बात पर अमल हो?"
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: May 18, 2022 07:42 PM2022-05-18T19:42:45+5:302022-05-18T19:55:53+5:30
औरंगजेब की कब्र महाराष्ट्र की सियायत में इसलिए चर्चा की विषय बन गई है क्योंकि कुछ रोज पहले एआईएमआईएम नेता अकबरुद्दीन ओवैसी औरंगाबाद स्थित औरंगजेब की कब्र पर फूल चढ़ाने के लिए चले गये थे।
मुंबई: महाराष्ट्र की सियासत में जब से ठाकरे बंधुओं के बीच तकरार बढ़ी है, दोनों दल एक-दूसरे पर निशाना साधने में पल भर की भी देरी नहीं कर रहे हैं। बात लाउडस्पीर से शुरू हुई थी, जो अब औरंजगेब की कब्र पर पहुंच गई है।
दरअसल औरंगजेब की कब्र महाराष्ट्र की सियायत में इसलिए चर्चा की विषय बन गई है क्योंकि कुछ रोज पहले ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहाद-उल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के वरिष्ठ नेता अकबरुद्दीन ओवैसी औरंगाबाद स्थित औरंगजेब की कब्र पर फूल चढ़ाने के लिए चले गये थे। उसके बाद से ही सत्ताधारी शिवसेना और शिवसेना की विरोधी महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) और भाजपा ने ओवैसी के इस कदम की कड़ी आलोचना की थी।
लेकिन अब मनसे इस मामले में मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को घेरने में लग गई है, जो कांग्रेस और एनसीपी के सहारे सरकार चला रहे हैं। मनसे द्वारा औरंगजेब की कब्र के बारे बारे में विवादास्पद बयान देने के बाद उद्धव सरकार फौरन हरकत में आयी और उसने औरंगाबाद स्थित औरंगजेब के कब्र की सुरक्षा बढ़ा दी।
ठाकरे सरकार ने राज ठाकरे की पार्टी के भय से मंगलवार को कब्र के आसपास छह पुलिसकर्मियों को तैनात कर दिया। जिसके बाद से मनसे इस मामले में उद्ध ठाकरे की पार्टी शिवसेना पर हमला कर रही है।
मनसे नेता गजानन काले ने ओवैसी के दौरे पर कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि यह मराठाओं की जमीन है, शिवाजी की भूमि है, यहां औरंजगेब का मकबर नहीं होना चाहिए।
ओवैसी का नाम न लेते हुए काले ने कहा कि जब तक औरंगजेब का मकबरा रहेगा तब तक उसके वारिस यहां आकर अपना सिर पिटते रहेंगे। इसके साथ ही काले ने मामले में शिवसेना को घेरते हुए कहा कि शिवसेना के संस्थापक बालसाहेब ठाकरे चाहते थे कि औरंजगेब की कब्र को ही दफन कर दिया जाए।
काले ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से सवाल करते हुए पूछा, ''क्या आप नहीं चाहते कि बालासाहेब की बात पर अमल हो?" इस बीच यह खबर भी आ रही है कि औरंगाबाद स्थित खुल्लाबाद इलाके में जहां औरंगजेब की कब्र है, कई लोगों ने भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण को चिट्ठी लिखकर उसे सील किये जाने की मांग की है।