अतीक अहमद के वकील को दिया गया था आईफोन, फोन पर बात कर बनाई गई थी उमेश पाल की हत्या की योजना: रिपोर्ट
By अंजली चौहान | Published: August 5, 2023 11:45 AM2023-08-05T11:45:07+5:302023-08-05T11:48:12+5:30
गैंगस्टर से नेता बने अतीक अहमद के वकील विजय मिश्रा उमेश पाल हत्याकांड की साजिश रचने के लिए उनसे और उनके भाई अशरफ से फेसटाइम पर बात करते थे।
प्रयागराज: उत्तर प्रदेश में गैंगस्टर से नेता बने अतीक अहमद की मौत हो चुकी है लेकिन उसके किए अपराधों में अभी भी एक से एक खुलासे होते जा रहे हैं। हिंदुस्तान टाइम्स के मुताबिक, अतीक अहमद के वकील विजय मिश्रा को एक आईफोन गिफ्ट किया गया था।
इस आईफोन के जरिए ही जेल में बंद अतीक अहमद और अशरफ से वकील विजय मिश्रा की घंटों वीडियो कॉल पर बात होती थी।
विजय मिश्रा को हाल ही में उमेश पाल हत्याकांड को लेकर हयात लिगेसी के बाहर से गिरफ्तार किया गया था। वकील पर 24 फरवरी को दो पुलिसकर्मियों के साथ गोली मारकर हत्या करने से पहले प्रयागराज अदालत से उमेश पाल का स्थान साझा करने का आरोप लगाया गया था।
उस पर भारतीय दंड संहिता (आईपीसी), विस्फोटक अधिनियम, आपराधिक कानून संशोधन अधिनियम और एससी /एसटी एक्ट की विभिन्न धाराओं के तहत गिरफ्तार किया गया था।
हिंदुस्तान की रिपोर्ट के अनुसार, उत्तर प्रदेश पुलिस अतीक के वकील की हिरासत लेने की योजना बना रही है। चैट रिकवर करने के लिए पुलिस उसके फोन की जांच करेगी।
पुलिस सूत्रों ने बताया कि अतीक और अशरफ ने उमेश पाल की हत्या की साजिश रचते समय अपने साथ काम करने वालों को आईफोन दिए थे। रिपोर्ट्स के मुताबिक, अतीक के बेटे असद अहमद के पास फेसटाइम आईडी थी जिससे हर कोई आसानी से बातचीत कर सकता था।
रिपोर्ट में कहा गया है कि असद और मिश्रा के साथ-साथ शूटरों और हत्या में मदद करने वालों को भी आईफोन दिए गए थे।
पिछले महीने पुलिस ने उमेश पाल हत्याकांड में आठ आरोपियों के खिलाफ आरोप पत्र दाखिल किया था। आरोप पत्र में अतीक, राकेश उर्फ नकेश उर्फ लाला, अरशद कटरा, नियाज अहमद, इकबाल अहमद, शाहरुख, अखलाक अहमद और खान शौलत हनीफ को आरोपी बनाया गया है।
अतीक के एक और वकील के पास मिला आईफोन
गौरतलब है कि अतीक अहमद के एक अन्य वकील खान सौलत हनीफ के पास से भी आईफोन बरामद किया गया था। मई में, अतीक के एक अन्य वकील खान सौलत हनीफ ने पुलिस को सूचित किया कि गैंगस्टर से नेता बने अतीक ने फेसटाइम ऐप के माध्यम से उसके, अशरफ और असद के साथ संवाद करने के लिए उसे एक आईफोन दिया था। पुलिस को आईफोन पर तीनों की फेसटाइम आईडी भी मिली थी।
सौलत से पूछताछ के बाद बरामद आईफोन की चैट हिस्ट्री खंगालने पर पुलिस को कई करोड़ के लेनदेन का रिकॉर्ड भी मिला था।
सौलत ने पुलिस को यह भी बताया कि अतीक ने फोन पर उमेश पाल के साथ बहस की थी और उनके विवाद के कारण 24 फरवरी को उमेश पाल की हत्या कर दी गई।
बीच सड़क पर हुई थी उमेश पाल की हत्या
जानकारी के अनुसार, 24 फरवरी को उमेश पाल और उनकी सुरक्षा में तैनात दो पुलिसकर्मियों की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। पाल बसपा विधायक राजू पाल हत्याकांड में मुख्य गवाह थे। मामले में नामित मुख्य आरोपी अतीक और अशरफ को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था।
गिरफ्तारी के बाद दोनों को मेडिकल जांच के लिए ले जाया जा रहा था कि तभी 15 अप्रैल को प्रयागराज के एक अस्पताल के बाहर तीन युवकों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी।