मदुरै के कार्यक्रम में अमित शाह ने तमिल न जानने के लिए हाथ जोड़कर मांगी माफ़ी, इसे बताया 'भारत की महानतम भाषाओं में से एक' | VIDEO
By रुस्तम राणा | Updated: June 8, 2025 18:48 IST2025-06-08T18:42:57+5:302025-06-08T18:48:50+5:30
मदुरै में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए शाह ने अपने भाषण की शुरुआत “भारत की सबसे महान भाषाओं में से एक” न बोल पाने के लिए माफी मांगते हुए की।

मदुरै के कार्यक्रम में अमित शाह ने तमिल न जानने के लिए हाथ जोड़कर मांगी माफ़ी, इसे बताया 'भारत की महानतम भाषाओं में से एक' | VIDEO
नई दिल्ली: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने रविवार को मदुरै में एक भाषण के दौरान तमिल को भारत की सबसे महान भाषाओं में से एक बताया और इस भाषा में अपना संदेश न दे पाने के लिए माफी मांगी। मदुरै में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए शाह ने अपने भाषण की शुरुआत “भारत की सबसे महान भाषाओं में से एक” न बोल पाने के लिए माफी मांगते हुए की।
शाह ने कहा, "...मैं तमिलनाडु के पार्टी कार्यकर्ताओं से माफी मांगता हूं क्योंकि मैं उनसे भारत की महानतम भाषाओं में से एक तमिल में बात नहीं कर सकता..." उन्होंने भाजपा कार्यकर्ताओं को यह भी भरोसा दिलाया कि 2026 के चुनावों में सत्तारूढ़ द्रमुक को हराया जाएगा और भाजपा-अन्नाद्रमुक की एनडीए सरकार बनेगी।
उन्होंने कहा, "2026 में यहां भाजपा-अन्नाद्रमुक गठबंधन की एनडीए सरकार बनेगी। मैं दिल्ली में रहता हूं, लेकिन मेरे कान हमेशा तमिलनाडु पर रहते हैं। एमके स्टालिन कहते हैं कि अमित शाह द्रमुक को नहीं हरा सकते। वह सही कह रहे हैं। मैं नहीं, बल्कि तमिलनाडु की जनता आपको हराएगी।"
#WATCH | Madurai, Tamil Nadu | Union Home Minister Amit Shah says, "...I apologise to the party workers of Tamil Nadu as I cannot talk to them in one of the greatest languages of India, Tamil..." pic.twitter.com/qUgd2a4S5s
— ANI (@ANI) June 8, 2025
तमिल के बारे में अमित शाह की टिप्पणी एमके स्टालिन के नेतृत्व वाली राज्य सरकार के साथ भाषा युद्ध के बीच आई है, जिसने केंद्र पर राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) के तहत प्रस्तावित तीन-भाषा फॉर्मूले के माध्यम से हिंदी थोपने का आरोप लगाया है। एनईपी मुद्दे ने इस साल मार्च में केंद्र और तमिलनाडु सरकार के बीच तीखी नोकझोंक को जन्म दिया था।