असमः बाढ़ प्रभावित जिले में कीचड़ में चलती दिखीं आईएएस अधिकारी; सोशल मीडिया पर तस्वीरें हुईं वायरल
By अनिल शर्मा | Published: May 28, 2022 08:12 AM2022-05-28T08:12:02+5:302022-05-28T08:38:54+5:30
असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की दैनिक रिपोर्ट के अनुसार इस साल राज्य में बाढ़ और भूस्खलनों से मरने वालों की संख्या बढ़कर 30 हो गई है।
कछारः अमस में बाढ़ ने 27 जिलों में भयंकर तबाही मचाई हुई है। इस आपदा में 7 लाख से ज्यादा लोग प्रभावित हुए हैं। ऐसे में कछार जिले की उपायुक्ता आईएएस कीर्ति जल्ली मीडिया की सुर्खियों में हैं। बाढ़ को लेकर दफ्तर में मीटिंग करने के बजाय वह बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा कर रही हैं।
इस बीच की उनकी कई तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं जिसमें वह नंगे पैर कीचड़ में लोगों की मदद करती नजर आ रही हैं। इन तस्वीरों को साझा करते हुए सोशल मीडिया यूजर्स उनकी काफी तारीफ कर रहे हैं। तस्वीरों में उन्हें साड़ी पहने कीचड़ भरे इलाकों में घूमते हुए देखा जा सकता है।
Meet Keerthi Jalli IAS 2003 batch,Deputy Commissioner of Cachar District walks through the the muddy roads barefoot to reach out the flood victims door..
— आम आदमी पार्टी जोधपुर RAJASTHAN (@Sunil13610392) May 27, 2022
She is an inspiration to all..#keerthijallipic.twitter.com/27Uc3hUVvl
तस्वीरें और वीडियो शुरू में जिला प्रशासन के फेसबुक पेज पर साझा किए गए थे। IAS अधिकारी कीर्ति जल्ली लोगों के बीच जाकर उनकी समस्याएं सुन रही हैं। एक तस्वीर में वह एक महिला के साथ कीचड़ में चल रही हैं और महिला उनको सहारा भी दे रही है। वह लोगों को राहत सामग्री भी बांटती दिख रही हैं। इसके साथ ही नाव पर सवार होकर बाढ़ प्रभावित इलाके का मुआयना भी किया।
Goodmorning 🙏🏻🙏🏻When you work with dedication, honesty and sincerity….#KeerthiJallipic.twitter.com/hY7ZHF2zH2
— 🤭MKP🙏🏿 (@pillaimk) May 28, 2022
जिला उपायुक्त ने कहा कि स्थानीय लोगों ने बताया कि वे पिछले 50 वर्षों से एक ही समस्या का सामना कर रहे हैं और हमने सोचा कि हमें वहां जाने और वास्तविक मुद्दों को देखने की जरूरत है। और उसके लिए सबसे अच्छा समय बाढ़ के दौरान होता है। वहीं गांव के लोगों ने भी कहा कि यह पहली बार है जब कोई जिला उपायुक्त उनके गांव का दौरा कर रहा है। गांव के लोगों ने अधिकारी को बराक नदी के उफान से आने वाली बाढ़ और उसके कारण हर साल होने वाली परेशानियों से अवगत कराया। जिसपर उपायुक्त ने कहा कि वे गांवों की सुरक्षा पर जोर देने जा रही हैं ताकि भविष्य में नुकसान को कम किया जा सके।
Picture of the Day
— Arjun Reddy (@arjunontweetz) May 26, 2022
Keerthi Jalli ma'am, DC of Cachar at the flood victims door. so simple and grounded.
You are the true inspiration ❤️#KeerthiJalli#IASpic.twitter.com/hY6tRhqSpV
असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की दैनिक रिपोर्ट के अनुसार इस साल राज्य में बाढ़ और भूस्खलनों से मरने वालों की संख्या बढ़कर 30 हो गई है। प्राधिकरण ने बताया कि कछार, दिमा हसाओ, हैलीकांडी, होजाई, कार्बी आंगलोंग, वेस्ट मोरीगांव और नौगांव जिलों में बाढ़ से 5,61,100 से ज्यादा लोग प्रभावित हैं। बाढ़ से सबसे ज्यादा नौगांव प्रभावित है जहां 3.68 लाख से ज्यादा लोग बाढ़ की चपेट में आए हैं। वही कछार जिले में करीब 1.5 लाख और मोरीगांव में 41,000 से ज्यादा लोग बाढ़ से प्रभावित हैं।