लाइव न्यूज़ :

असम में कांग्रेस को झटका, विधायक रूपज्योति कुर्मी ने दिया इस्तीफा, भाजपा में होंगे शामिल, बोले- युवाओं की नहीं सुनी जाती

By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: June 18, 2021 21:26 IST

जल संसाधन मंत्री पीजूष हजारिका और मुख्यमंत्री के राजनीतिक सचिव जयंत मल्ला बरुआ की उपस्थिति में चार बार विधायक रहे कुर्मी ने विधानसभा अध्यक्ष बिस्वजीत दैमारी को इस्तीफा सौंपा।

Open in App
ठळक मुद्देकांग्रेस अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी को पहले ही इस्तीफा सौंप दिया है।कुर्मी ने कहा कि वह 21 जून को भाजपा में शामिल होंगे। कांग्रेस ने उन्हें पार्टी से निष्कासित कर दिया।

गुवाहाटीः असम में विपक्षी दल कांग्रेस को झटका देते हुए मरियानी से विधायक रूपज्योति कुर्मी ने शुक्रवार को पार्टी और विधानसभा से इस्तीफा दे दिया और जल्दी ही भाजपा में शामिल होने की घोषणा की।

कुर्मी, चाय के बागानों में काम करने वाले जनजातीय समुदाय से आते हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस का राष्ट्रीय और प्रदेश नेतृत्व जमीनी स्तर पर काम करने वाले पार्टी कार्यकर्ताओं की अनदेखी करता है और उन्हें संगठन में आगे बढ़ने का मौका नहीं देता है।

विधानसभा अध्यक्ष बिस्वजीत दैमारी को इस्तीफा सौंपा

जल संसाधन मंत्री पीजूष हजारिका और मुख्यमंत्री के राजनीतिक सचिव जयंत मल्ला बरुआ की उपस्थिति में चार बार विधायक रहे कुर्मी ने विधानसभा अध्यक्ष बिस्वजीत दैमारी को इस्तीफा सौंपा। अपर मरियानी से विधायक ने कहा कि उन्होंने कांग्रेस अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी को पहले ही इस्तीफा सौंप दिया है।

कुर्मी ने कहा कि वह 21 जून को भाजपा में शामिल होंगे। इस बीच कांग्रेस ने उन्हें पार्टी से निष्कासित कर दिया। असम प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष रिपुन बोरा ने एक बयान में कहा कि कुर्मी की पार्टी विरोधी गतिविधियों के लिए उनके निष्कासन को अखिल भारतीय कांग्रेस समिति से मंजूरी मिल गई है।

कांग्रेस नेतृत्व पर निशाना

बोरा ने पूर्व विधायक राणा गोस्वामी के नेतृत्व में तीन सदस्यीय एक दल का गठन भी किया है जो मरियानी जाएगा और वहां की राजनीतिक स्थिति का पता लगाएगा। थोरा के विधायक सुशांत बोर्गोहैन और मनोज धनोवर भी दल में शामिल हैं। कांग्रेस नेतृत्व पर निशाना साधते हुए कुर्मी ने आरोप लगाया कि संगठन बेहद कमजोर हो चुका है क्योंकि नेता जमीनी स्तर के कार्यकर्ताओं की बात नहीं सुनते।

एआईयूडीएफ के साथ गठबंधन किया जाता है तो पार्टी चुनाव हार जाएगी

उन्होंने कहा कि चुनाव के नतीजे इसके गवाह हैं क्योंकि मार्च और अप्रैल में हुए चुनावों में पार्टी को सभी पांच राज्यों में हार का मुंह देखना पड़ा है। कुर्मी ने कहा, “अपर असम में कई कांग्रेस सदस्यों ने यह संशय व्यक्त किया था कि अगर एआईयूडीएफ के साथ गठबंधन किया जाता है तो पार्टी चुनाव हार जाएगी। लेकिन राष्ट्रीय और प्रदेश के नेताओं ने इसे अनसुना कर दिया।” उन्होंने कहा, “अगर कांग्रेस ने रैजोर दल या असम जातीय परिषद के साथ गठबंधन किया होता तो वह राज्य में सरकार बना लेती।”

कुर्मी ने कहा कि चुनाव के नतीजे आने के बाद भी पार्टी ने एक जिम्मेदार विपक्ष की भूमिका नहीं निभाई और महत्वपूर्ण पदों पर सही व्यक्तियों को नियुक्त नहीं किया। कुर्मी ने दावा किया कि चुनाव के नतीजे आने के बाद बोरा द्वारा त्यागपत्र देने पर उन्होंने असम प्रदेश कांग्रेस समिति के अध्यक्ष और विधानसभा में लोक लेखा समिति के अध्यक्ष पद की मांग की थी क्योंकि वह खुद को इन पदों के लिए उपयुक्त मानते थे। विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की हार के बाद बोरा ने प्रदेश अध्यक्ष के पद से इस्तीफा दे दिया था लेकिन पार्टी ने उन्हें पद पर बने रहने को कहा था।

कुर्मी ने कहा, “मैं इन पदों के लिए सर्वथा उपयुक्त था लेकिन मुझे यह पद नहीं मिले। ऐसा लगता है कि पार्टी नेतृत्व चाय जनजातीय समूह के लोगों या हाशिये पर पड़े अन्य वर्ग के लोगों को अवसर नहीं देना चाहती। ऐसा देखा गया है कि पार्टी में किसी विशेष धार्मिक समुदाय के लोगों को महत्व दिया जा रहा है।”

टॅग्स :कांग्रेसभारतीय जनता पार्टीअसमसोनिया गाँधी
Open in App

संबंधित खबरें

भारतPunjab Local Body Election Results: कुल 2838 जोन, आम आदमी पार्टी ने 1494, कांग्रेस 567, शिरोमणि अकाली दल ने 390 और भाजपा ने 75 जोन जीते

भारतमहाराष्ट्र नगर निगम चुनावः कांग्रेस को झटका, राजीव सातव की पत्नी और एमएलसी प्रज्ञा सातव भाजपा में शामिल

ज़रा हटकेअसम में पीएम मोदी के दौरे से पहले अधिकारियों की करतूत वायरल, धान के खेतों में फेंके पत्थर; वीडियो वायरल

भारतलोकसभा में पास हुआ 'जी राम जी' बिल, शिवराज चौहाने बोले- "कांग्रेस ने बापू के आदर्शों को खत्म कर दिया"

भारतPunjab Local Body Election Results: आप 60, कांग्रेस 10, शिअद 3 और भाजपा 1 सीट पर आगे, देखिए अपडेट

भारत अधिक खबरें

भारतगुरु घासीदास बाबा ने समाज को समानता, सद्भाव और मानवता का दिया संदेश: मुख्यमंत्री विष्णु देव साय

भारतभाजपा में संगठन सर्वोपरि और संगठन ही शक्ति व विचारधारा ही प्राण?, भाजपा बिहार के नव नियुक्त अध्यक्ष संजय सरावगी ने कार्यभार संभाला

भारतदिल्ली में CNG गाड़ियों को बड़ा झटका! अब इन वाहनों को नहीं मिलेगी गैस, निकलने से पहले जरूर देखें ये डॉक्यूमेंट

भारतराज्य सरकार के अधिकारी और नौकरशाह ‘माननीय’ शब्द का इस्तेमाल नहीं कर सकते?, इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने-केवल मंत्री करेंगे

भारतबिहार सरकारी स्कूलः शिक्षक नियुक्ति में बड़े पैमाने पर फर्जीवाड़ा, नहीं मिल रहा 69,000 शिक्षक के सर्टिफिकेट