Assam: काजीरंगा जीप सफारी को लेकर सीएम हिमंत शर्मा और सदगुरु के खिलाफ शिकायत दर्ज, लगे यह आरोप
By भाषा | Published: September 26, 2022 07:13 AM2022-09-26T07:13:02+5:302022-09-26T07:19:28+5:30
आपको बता दें कि असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा और सद्गुरु पर कथित रुप से यह आरोप लगे है कि उन लोगों ने शाम के बाद हेडलाइट्स के साथ जीप सफारी की है।
दिसपुर:असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा और सद्गुरु समेत अन्य लोगों के खिलाफ कथित तौर पर वन्यजीव संरक्षण कानून का उल्लंघन करने के सिलसिले में रविवार को पुलिस में शिकायत की गई।
एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि गोलाघाट जिले के बोकाखाट थाने में राष्ट्रीय उद्यान के किनारे स्थित गांवों के निवासियों ने पिछले दिन अंधेरे में जीप सफारी करने पर एक शिकायत दर्ज करवाई है।
अधिकारी ने क्या कहा
नाम न छापने की शर्त पर एक अधिकारी ने कहा, ''हमने मामले की जांच शुरू कर दी है। चूंकि केएनपी वन विभाग के अंतर्गत आता है, इसलिए हमने उद्यान के संभागीय वन अधिकारी से आरोप की स्थिति पर रिपोर्ट मांगी है।'' उन्होंने कहा, ''लोगों को आरोप लगाने का अधिकार है और इसी आधार पर जांच की जाएगी।''
शाम के बाद जीप सफारी के आरोप का जिक्र करते हुए अधिकारी ने कहा, ''यह एक आधिकारिक कार्यक्रम था और कभी-कभी, इस तरह के आयोजन थोड़ी देर से चलते हैं। ऐसे में, मुझे नहीं लगता कि हम इसे कानून का उल्लंघन कह सकते हैं।''
क्या है आरोप
उद्यान के पास मोरोंगियाल और बलिजन गांवों के निवासी सोनेश्वर नारा और प्रबीन पेगू ने पुलिस को दी अपनी शिकायत में आरोप लगाया कि शाम के बाद हेडलाइट्स के साथ जीप सफारी करना ''वन्यजीव संरक्षण अधिनियम, 1972 का उल्लंघन है''।
गिरफ्तारी की मांग
ऐसे में गांव के निवासियों ने सद्गुरु जगदीश 'जग्गी' वासुदेव, सीएम शर्मा, राज्य के पर्यटन मंत्री जयंत मल्ला बरुआ और अन्य की तत्काल गिरफ्तारी की मांग की है, जो जीप सफारी का हिस्सा थे।