"मुगल शासक औरंगजेब ने कामाख्या मंदिर के लिए दान में दी थी भूमि" विधायक अमीनुल इस्लाम के दावे पर सीएम हुए सख्त, दी जेल भेजने की चेतावनी
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: December 8, 2021 02:27 PM2021-12-08T14:27:54+5:302021-12-08T14:49:41+5:30
एआईयूडीएफ विधायक अमीनुल इस्लाम ने एक विवादित बयान दिया है। उन्होंने कहा कि मां कामाख्या मंदिर के लिए भूमि मुगल शासक औरंगजेब ने दान में दी थी। उनके इस बयान पर काफी लोगों ने नाराजगी जताई है।
असम: ढ़िंग विधानसभा क्षेत्र से एआईयूडीएफ विधायक अमीनुल इस्लाम ने एक नया खुलासा करते हुए दावा किया कि मां कामाख्या मंदिर के लिए मुगल शासक औरंगजेब ने भूमि दान में दी थी। उनके इस बयान पर असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्व सरमा समेत कई लोगों ने आपत्ति जताई है। बयान पर कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए सीएम हेमंत बिस्वा सरमा ने उन्हें जेल भेजने तक की चेतावनी दी।
क्या है विधायक अमीनुल इस्लाम का बयान
एआईयूडीएफ विधायक इस्लाम ने अपनी बात को रखते हुए औरंगजेब की तारीफ की और कहा कि उन्होंने भारत में कई सौ मंदिरों को भूमि दान में दी थी। उन्होंने दावा किया कि औरंगजेब ने केवल मां कामाख्या मंदिर के लिए ही नहीं बल्कि वाराणसी के जंगमवाड़ी मंदिर को भी 178 हेक्टेयर भूमि दान में दी थी। कहा कि कामाख्या मंदिर के लिए औरंगजेब का भूमि अनुदान आज भी ब्रिटिश संग्रहालय में मौजूद है।
विधायक इस्लाम को मिली सीएम बिस्वा सरमा की चेतावनी
सीएम बिस्वा सरमा ने विधायक इस्लाम को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर वे जेल जाने से बचना चाहते हैं तो ऐसे बयानबाजी से बाज आएं। सीएम ने कहा कि हमारी सरकार सभ्यता और संस्कृति के खिलाफ बयानबाजी को कतई बर्दाश्त नहीं करेगी। उन्होंने यह भी कहा कि इस तरह के बयान के चलते विधायक शर्मन अली जेल में हैं, अगर वे भी बाज नहीं आए तो उन्हें भी जेल जाना होगा। बता दें कि सरमा ने कामाख्या, शंकरदेव, बुद्ध, महावीर जैन और यहां तक कि पैगंबर मोहम्मद के बारे में भी गलत बयान देने की बात को सही नहीं ठहराया है।
हिंदू संगठन ने भी किया विरोध
विधायक इस्लाम के इस बयान पर कई दूसरे लोगों ने आपत्ति जताई है। इस बीच कुटुम्ब सुरक्षा मिशन नामक एक हिंदू संगठन ने इसके खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर शिकायत भी दर्ज करवाई है।