वाराणसीः ज्ञानवापी मस्जिद का ASI सर्वे दूसरे दिन भी जारी, हिंदू पक्ष ने कहा- हम चाहते हैं मामला जल्द सुलझ जाए
By अनिल शर्मा | Published: August 5, 2023 10:12 AM2023-08-05T10:12:54+5:302023-08-05T10:16:20+5:30
हिंदू पक्ष के वकील सुधीर त्रिपाठी ने कहा कि हम चाहते हैं कि लोग सर्वेक्षण में सहयोग करें और इसे जल्द से जल्द पूरा करे।
वाराणसीःज्ञानवापी मस्जिद परिसर का भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) आज दूसरे दिन भी जारी है। आज सर्वे कल के मुकाबले देर से शुरू हुआ। शुक्रवार सर्वे सुबह 7 बजे शुरू हो गया था लेकिन शनिवार को ASI के अधिकारी मस्जिद परिसर में सुबह 9 बजे दाखिल हुए। परिसर का वैज्ञानिक सर्वेक्षण कर कोर्ट में रिपोर्ट सौंपी जाएगी। परिसर के आसपास आज भी सुरक्षा व्यवस्था कड़ी रखी गई है।
हिंदू पक्ष के वकील सुधीर त्रिपाठी ने कहा कि हम चाहते हैं कि लोग सर्वेक्षण में सहयोग करें और इसे जल्द से जल्द पूरा करे। उन्होंने कहा कि हम पूर्ण सहयोग और भागीदारी दिखा रहे हैं। वे सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर आए हैं। हम चाहते हैं कि मामला जल्द सुलझ जाए। सर्वेक्षण से सब कुछ स्पष्ट हो जाएगा।
#WATCH सर्वेक्षण आज सुबह 9 बजे शुरू होगा... सर्वेक्षण का दूसरा दिन है... हम चाहते हैं कि लोग सर्वेक्षण में सहयोग करें और इसे जल्द से जल्द पूरा करें... हम पूर्ण सहयोग और भागीदारी दिखा रहे हैं। वे सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर आए हैं। हम चाहते हैं कि मामला जल्द सुलझ जाए...सर्वेक्षण… pic.twitter.com/aPBeMS4UxM
— ANI_HindiNews (@AHindinews) August 5, 2023
गौरतलब है कि पहले दिन यानी शुक्रवार को एएसाई सर्वे करीब 10 घंटे तक चला। एएसाई अधिकारियों ने दो पालियों में सर्वे किया। सर्वे का पहला हिस्सा सुबह 7:10 बजे शुरू हुआ और दोपहर 12 बजे समाप्त हुआ, जबकि दूसरी पाली शुक्रवार की नमाज के बाद 2:50 बजे शुरू हुई और ठीक 5.00 बजे समाप्त हुई। वैज्ञानिक सर्वेक्षण पूरा करने के लिए एएसआई को अतिरिक्त चार सप्ताह का समय दिया गया है। सर्वेक्षण पूरा करने की समय सीमा 4 अगस्त से बढ़ाकर 4 सितंबर कर दी गई है।
शुक्रवार को मुस्लिम पक्ष की याचिका पर सुनवाई करते हुए उच्चतम न्यायालय ने भई सर्वेक्षण पर रोक लगाने से इनकार कर दिया था। हालांकि, प्रधान न्यायाधीश डी वाई चंद्रचूड़, न्यायमूर्ति जे बी पारदीवाला और न्यायमूर्ति मनोज मिश्रा की पीठ ने एएसआई को सर्वेक्षण के दौरान परिसर में किसी भी तरह की तोड़फोड की कार्रवाई नहीं करने का निर्देश दिया था।
पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि दूसरे दिन के सर्वेक्षण कार्य के लिए भी कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई है और मौके पर बड़ी संख्या में पुलिस बल मौजूद है। ज्ञानवापी परिसर में वैज्ञानिक सर्वेक्षण यह तय करने के लिए किया जा रहा है कि 17वीं शताब्दी में बनी इस मस्जिद का निर्माण एक हिंदू मंदिर के ढांचे के ऊपर तो नहीं किया गया है।