राजस्थानः मुख्यमंत्री बनने के बाद अशोक गहलोत पहुंचे देवी त्रिपुरा के दरबार में, कामयाबी का आशीर्वाद मांगा!
By प्रदीप द्विवेदी | Published: January 28, 2019 07:37 PM2019-01-28T19:37:57+5:302019-01-28T19:37:57+5:30
राजस्थान विस चुनाव से पहले अशोक गहलोत भी यहां आए थे और कामयाबी के लिए देवी आराधना की थी. गहलोत तलवाड़ा हवाई पट्टी से देवी के मन्दिर पहुंचे, जहां उन्होंने देवी त्रिपुरा सुंदरी के दर्शन किए. पं. निकुंज मोहन पंड्या, पं. दिव्य भारत पंड्या, पं. राजेश त्रिवेदी आदि ने उन्हें वैदिक मंत्रोच्चार के साथ विधि-विधान से पूजा-अर्चना करवाई.
मुख्यमंत्री बनने के बाद अशोक गहलोत पहली बार वागड़ के प्रसिद्ध शक्तिपीठ देवी त्रिपुरा सुन्दरी के दरबार में पहुंचे, जहां उन्होंने पूजा-अर्चना करके देश-प्रदेश की खुशहाली की कामना की और जनहित के कार्यों में कामयाबी का आशीर्वाद मांगा. राजस्थान के बांसवाड़ा जिले में तलवाड़ा क्षेत्र स्थित देवी त्रिपुरा सुंदरी, भोग और मोक्ष, दोनों प्रदान करने वाली देवी मानी जाती है तथा देश-प्रदेश के राजनेता, सियासी कामयाबी की कामना के साथ यहां आते हैं.
राजस्थान विस चुनाव से पहले अशोक गहलोत भी यहां आए थे और कामयाबी के लिए देवी आराधना की थी. गहलोत तलवाड़ा हवाई पट्टी से देवी के मन्दिर पहुंचे, जहां उन्होंने देवी त्रिपुरा सुंदरी के दर्शन किए. पं. निकुंज मोहन पंड्या, पं. दिव्य भारत पंड्या, पं. राजेश त्रिवेदी आदि ने उन्हें वैदिक मंत्रोच्चार के साथ विधि-विधान से पूजा-अर्चना करवाई.
सीएम गहलोत के त्रिपुरा सुन्दरी मन्दिर परिसर में पहुंचने पर ग्रामीणों ने जनजाति क्षेत्र के लोकप्रिय- ढोल, कुण्डी, थाली आदि लोकवाद्य यंत्र बजाकर उनका स्वागत किया.
इस मौके पर सीएम गहलोत का त्रिपुरा सुन्दरी ट्रस्ट मण्डल की ओर से भी अभिनन्दन किया गया. देवी मण्डल सदस्यों की ओर से सीएम अशोक गहलोत और वैभव गहलोत को साफा बांधा गया तथा माल्यार्पण कर उनको देवी त्रिपुरा सुन्दरी की तस्वीर भेंट की गई.
इस अवसर पर सीएम गहलोत ने कहा कि- देवी त्रिपुरा सुंदरी की कृपा पूरे राजस्थान पर बनी रहे. प्रदेश की जनता का स्नेह उन्हें प्राप्त हुआ है, वह सदैव बना रहे, ऐसी कामना है.
इससे पहले, सीएम गहलोत का तलवाड़ा हवाई पट्टी पहुंचने पर स्वागत किया गया. इस मौके पर पूर्व केबिनेट मंत्री महेन्द्रजीत सिंह मालवीया, पूर्व सांसद ताराचंद भगोरा, राजस्थान के जनजाति क्षेत्रीय विकास (स्वतंत्र प्रभार), उद्योग एवं राजकीय उपक्रम विभाग के राज्यमंत्री अर्जुनसिंह बामनिया, जिला प्रमुख श्रीमती रेशम मालवीया, पूर्व संसदीय सचिव नानालाल निनामा, बांसवाड़ा कांग्रेस जिलाध्यक्ष चांदमल जैन, डूंगरपुर कांग्रेस जिलाध्यक्ष दिनेश खोडनिया, गढ़ी की पूर्व एमएलए कांता भील, बांसवाड़ा नगर परिषद के पूर्व सभापति राजेश टेलर, राजस्थान अल्पसंख्यक वित्त एवं विकास निगम के पूर्व चेयरमैन असरार अहमद, डूंगरपुर एमएलए गणेशलाल घोघरा, प्रधान राजेश कटारा, वागड़ में कांग्रेस के प्रमुख नेता जैनेन्द्र त्रिवेदी, विकेश मेहता, अमजद हुसैन, एससी आयोग की पूर्व उपाध्यक्ष देवबाला राठौड़, कृष्णपाल सिंह, ज्ञानेन्द्र त्रिपाठी, दोस्त मोहम्मद, सिद्दीम बेलिम, तपन मेघावत सहित अनेक स्वागतकर्ता मौजूद थे.
उल्लेखनीय है कि राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री दिवंगत हरिदेव जोशी, पूर्व सीएम वसुंधरा राजे, प्रसिद्ध ज्योतिषी दिवंगत पं. लक्ष्मीनारायण द्विवेदी, प्रसिद्ध हस्तरेखा विशेषज्ञ दिवंगत पं. बापूलाल व्यास, नागपुर आदि देवी त्रिपुरा सुंदरी के परमभक्त रहे हैं.