'असानी' भीषण चक्रवाती तूफान में बदला, ओडिशा सहित पश्चिम बंगाल में 'अलर्ट' पर खतरे की संभावना कम

By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: May 9, 2022 07:10 AM2022-05-09T07:10:04+5:302022-05-09T07:17:22+5:30

बंगाल की खाड़ी में बना चक्रवात अब भीषण चक्रवाती तूफान में बदल गया है। पश्चिम बंगाल और ओडिशा में इसका व्यापक असर देखने को मिल सकता है। तेज बारिश और हवाएं चलेंगी। आंध्र प्रदेश में भी कुछ असर नजर आएगा।

Asani intensifies into severe cyclonic storm, Odisha and West Bengal ready for rescue operations | 'असानी' भीषण चक्रवाती तूफान में बदला, ओडिशा सहित पश्चिम बंगाल में 'अलर्ट' पर खतरे की संभावना कम

'असानी' गंभीर चक्रवाती तूफान में बदला (फाइल फोटो)

Highlightsओडिशा या आंध्र प्रदेश के तटों से असानी तूफान के टकराने की संभावना नहीं है, पूर्वी तट के समानांतर चलेगा तूफान।ओडिशा में मंगलवार को गजपति, गंजम और पुरी के कुछ इलाकों में भारी बारिश की संभावना है।बुधवार को गंजम, खुर्दा, पुरी, जगतसिंहपुर और कटक में भारी बारिश की संभावना।

कोलकाता: बंगाल की दक्षिण-पूर्वी खाड़ी के ऊपर बना चक्रवात 'असानी' रविवार शाम को अधिक तीव्र होकर भीषण चक्रवाती तूफान में बदल गया। भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) के अनुसार यह उत्तर आंध्र प्रदेश-ओडिशा तटों की दिशा में उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ गया। 

इससे पहले मौसम विभाग की ओर से जारी एक बुलेटिन में कहा गया, 'दक्षिणपूर्व बंगाल की खाड़ी के ऊपर चक्रवाती तूफान 'असानी' पिछले 6 घंटों के दौरान 14 किमी प्रति घंटे की गति के साथ लगभग उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ गया और एक गंभीर चक्रवाती तूफान में बदल गया। कल शाम साढ़ें पांच बजे के करीब यह दक्षिण पूर्व और उससे सटे पूर्वी मध्य बंगाल की खाड़ी के ऊपर था। यह कार निकोबार (निकोबार द्वीप समूह) से लगभग 610 किमी उत्तर-पश्चिम में, पोर्ट ब्लेयर (अंडमान द्वीप समूह) से 500 किमी पश्चिम में), विशाखापत्तनम (आंध्र प्रदेश) से 810 किमी दक्षिण-पूर्व और पुरी (ओडिशा) से 880 किमी दक्षिण-दक्षिण पूर्व में है।'

आईएमडी के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र ने कहा कि चक्रवात पूर्वी तट के समानांतर चलेगा और मंगलवार शाम से बारिश होने का कारण बनेगा। इसके ओडिशा या आंध्र प्रदेश के तटों से टकराने की संभावना नहीं है।

असानी चक्रवात से खतरे की संभावना कम

ओडिशा के विशेष राहत आयुक्त (एसआरसी) पीके जेना के अनुसार राज्य सरकार ने बचाव अभियान के लिए पर्याप्त व्यवस्था की है। उन्होंने कहा, 'हमें राज्य में कोई बड़ा खतरा दिखाई नहीं दे रहा है, क्योंकि यह पुरी के पास तट से करीब 100 किलोमीटर दूर से गुजर जाएगा।' हालांकि, राष्ट्रीय आपदा प्रक्रिया बल (एनडीआरएफ), ओडिशा आपदा त्वरित कार्रवाई बल (ओडीआरएएफ) और दमकल सेवाओं के बचाव दल किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तैयार हैं।

बालासोर में एनडीआरएफ के एक दल को तैनात किया गया है और ओडीआरएएफ के एक दल को गंजम जिले में भेजा गया है। ओडीआरएएफ की टीमें पुरी जिले के कृष्ण प्रसाद, सतपाड़ा, पुरी और अस्टारंग ब्लॉक और केंद्रपाड़ा के जगतसिंहपुर, महाकल्पपाड़ा और राजनगर और भद्रक में भी तैयार हैं। जेना ने कहा कि सभी जिलों को अलर्ट पर रखा गया है। जिला अधिकारियों को स्थानीय स्थिति को ध्यान में रखते हुए लोगों की सुरक्षित निकासी का अधिकार सौंपा गया है। 

ओडिशा में मंगलवार को गजपति, गंजम और पुरी के कुछ इलाकों में भारी बारिश की संभावना है। बुधवार को गंजम, खुर्दा, पुरी, जगतसिंहपुर और कटक में भारी बारिश हो सकती है। गुरुवार को पुरी, जगतसिंहपुर, कटक, केंद्रपाड़ा, भद्रक और बालासोर में भारी बारिश की संभावना है। 

पश्चिम बंगाल में चक्रवात की वजह से अलर्ट

मौसम विभाग ने कहा कि चक्रवात के मंगलवार से शुक्रवार तक गंगीय पश्चिम बंगाल में हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है, साथ ही कोलकाता के तटीय जिलों में एक या दो स्थानों पर भारी बारिश हो सकती है। कोलकाता के महापौर फिरहाद हाकिम ने कहा, मौसम विभाग की भविष्यवाणी के बाद आपदा प्रबंधन दलों को सतर्क कर दिया गया है। 

उन्होंने कहा कि मई 2020 में अम्फान चक्रवात के विनाशकारी प्रभावों से सबक लेते हुए, नगर निगम प्रशासन गिरे हुए पेड़ों और अन्य मलबे के कारण होने वाली रुकावटों को दूर करने के लिए क्रेन, विद्युत आरी और बुल्डोजर (अर्थमूवर) को सतर्क रखने जैसे सभी उपाय कर रहा है। 

कोलकाता सरकार के एक अधिकारी ने कहा कि पूर्व मेदिनीपुर, दक्षिण 24 परगना और उत्तर 24 परगना के प्रशासन सूखे भोजन और आवश्यक दवाओं की व्यवस्था के अलावा, निकासी की जरूरत होने पर चक्रवात आश्रयों, स्कूलों और अन्य पक्के ढांचे को तैयार कर रहे हैं। मौसम विभाग ने मछुआरों को सलाह दी है कि वे मंगलवार से अगली सूचना तक समुद्र और पश्चिम बंगाल और ओडिशा के तटों पर न जाएं।

ममता बनर्जी ने रद्द की दूसरी बैठकें

इस बीच पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने 10-12 मई के बीच होने वाली अपनी जिला प्रशासन की बैठकों को स्थगित कर दिया है। ऐसा आने वाले चक्रवात 'असानी' से निपटने के प्रबंधन पर ध्यान केंद्रित करने के लिए किया गया है।

ममता बनर्जी अब पूर्व में निर्धारित 10, 11, 12 मई के स्थान पर अब 17, 18, 19 मई को मिदनापुर और झारग्राम का दौरा करेंगी। चक्रवात के खतरे के बीच विभिन्न जिलों में आपदा तैयारियों की समीक्षा के लिए यह फैसला लिया गया है।

(भाषा इनपुट)

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