नई दिल्ली: दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने बुधवार को दावा किया कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के घर पर 'भाजपा के गुंडों ने हमला' किया। सिसोदिया ने 'असामाजिक तत्वों' को दोषी ठहराया और कहा कि केजरीवाल के आवास पर सुरक्षा बाधाओं और एक सीसीटीवी कैमरे में तोड़फोड़ की गई थी। सिसोदिया ने यह भी दावा किया कि दिल्ली पुलिस ने कथित हमले को रोकने के लिए कुछ नहीं किया।
बता दें कि केजरीवाल की आम आदमी पार्टी ने भी कथित हमले के बारे में ट्वीट किया, जिसमें दावा किया गया कि 'भाजपा के गुंडों' ने 'दिल्ली पुलिस की मौजूदगी में' सीसीटीवी कैमरे और सुरक्षा बाधाओं को तोड़ दिया था। इसी तरह के दावे आतिशिया और सौरभ भारद्वाज जैसे आप नेताओं द्वारा किए गए और ट्वीट किए गए।
इसके तुरंत बाद दिल्ली पुलिस ने एक बयान जारी किया जिसमें कहा गया कि दोपहर करीब 1 बजे कुछ प्रदर्शनकारियों ने दो बैरिकेड्स तोड़ दिए और मुख्यमंत्री के घर पहुंचे, जहां उन्होंने हंगामा किया, नारेबाजी की। वे पेंट का एक छोटा सा बॉक्स ले जा रहे थे जिससे उन्होंने दरवाजे पर पेंट फेंका। एक बूम बैरियर आर्म भी क्षतिग्रस्त और एक सीसीटीवी कैमरा पाया गया। पुलिस ने कहा कि उन्होंने प्रदर्शनकारियों को हटाने के लिए 'तुरंत' कार्रवाई की और लगभग 70 लोगों को हिरासत में लिया। डीसीपी (दिल्ली नॉर्थ) सागर सिंह कलसी ने कहा कि कानूनी कार्रवाई शुरू की जा रही है।
पुलिस ने कहा कि विरोध प्रदर्शन फिल्म 'द कश्मीर फाइल्स' के बारे में केजरीवाल की टिप्पणी को लेकर था। पिछले हफ्ते केजरीवाल ने विधानसभा में एक भाषण के दौरान भाजपा नेताओं पर 'द कश्मीर फाइल्स' को बढ़ावा देने का आरोप लगाया था। मालूम हो, कई भाजपा शासित राज्यों ने फिल्म को टैक्स फ्री कर दिया है। अरविंद केजरीवाल ने फिल्म निर्माताओं से कहा कि अगर वे इसे मुफ्त में देखना चाहते हैं तो फिल्म को यूट्यूब पर अपलोड करें।
अपने भाषण के दौरान दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा था कि वे (भाजपा) मांग कर रहे हैं कि फिल्म को दिल्ली में कर मुक्त घोषित किया जाए। इसे यूट्यूब पर अपलोड करें, मूवी फ्री हो जाएगी और हर कोई इसे देख सकेगा। कुछ लोग कश्मीरी पंडितों के नाम पर करोड़ों कमा रहे हैं और आप फिल्म के पोस्टर चिपका रहे हैं।