आप पर भ्रष्टाचार के आरोपों को लेकर केजरीवाल का भाजपा पर तीखा हमला, कहा- गिरफ्तार करो ना
By मनाली रस्तोगी | Published: November 8, 2022 03:26 PM2022-11-08T15:26:39+5:302022-11-08T15:27:51+5:30
गुजरात में भाजपा को सत्ता से बेदखल करने की उम्मीद लगाए बैठी आम आदमी पार्टी (आप) भगवा पार्टी पर आरोप लगा रही है कि वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के गृह राज्य में आगामी चुनावों में हार के डर से केजरीवाल के नेतृत्व वाली पार्टी के खिलाफ झूठे आरोप लगा रही है।
नई दिल्ली: आम आदमी पार्टी (आप) के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोप लगाने को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा नीत केंद्र सरकार पर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने मंगलवार को तीखा हमला बोला। केजरीवाल ने उन्हें चुनौती दी कि अगर वह 'भ्रष्ट' हैं तो उन्हें गिरफ्तार किया जाए। इसी क्रम में उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा, "पंजाब के पहले पीएम बोले- केजरीवाल आतंकवादी है। गृह मंत्रालय ने जांच बैठा दी। क्या हुआ उसका?"
केजरीवाल ने आगे लिखा, "अब गुजरात/एमसीडी के पहले कह रहे हैं केजरीवाल भ्रष्ट है। अरे, केजरीवाल आतंकवादी या भ्रष्ट है तो गिरफ्तार करो ना? केजरीवाल ना आतंकवादी है ना भ्रष्ट। केजरीवाल जनता का लाडला है। इस से बीजेपी को तकलीफ है।" बता दें कि गुजरात में विधानसभा चुनाव दो चरणों में एक और पांच दिसंबर को होने हैं और नतीजे आठ दिसंबर को घोषित किए जाएंगे।
पंजाब के पहले PM बोले - केजरीवाल आतंकवादी है। HM ने जाँच बिठा दी। क्या हुआ उसका?
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) November 8, 2022
अब गुजरात/MCD के पहले कह रहे हैं केजरीवाल भ्रष्ट है
अरे, केजरीवाल आतंकवादी या भ्रष्ट है तो गिरफ़्तार करो ना?
केजरीवाल ना आतंकवादी है ना भ्रष्ट।केजरीवाल जनता का लाड़ला है। इस से बीजेपी को तकलीफ़ है
दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) के लिए बहुप्रतीक्षित चुनाव चार दिसंबर को होंगे। भाजपा नेता संबित पात्रा ने हाल ही में आप सरकार और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर निशाना साधते हुए कहा था कि उनकी 'मंशा और ईमानदारी' प्रदूषित है और शहर 'भ्रष्टाचार के प्रदूषण' से जूझ रहा है। पात्रा ने निर्माण उद्योगों में दिल्ली के श्रम मंत्रालय द्वारा बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार का भी आरोप लगाया।
उन्होंने आप सरकार पर निर्माण श्रमिकों के कल्याण के लिए आवंटित धन की हेराफेरी करने का आरोप लगाया। पात्रा ने आरोप लगाया कि दिल्ली सरकार ने 'फर्जी' निर्माण श्रमिकों को पंजीकृत किया और आप के पार्टी से संबंधित कार्यों के लिए उनके लिए आवंटित धन का गबन किया। आप सरकार की अब खत्म हो चुकी शराब नीति भी हाल ही में भाजपा और दिल्ली की सत्तारूढ़ पार्टी के बीच टकराव का मुद्दा बनी हुई थी।