वो अनपढ़ हैं, भ्रष्ट हैं, गद्दार हैं, आपका मुकाबला नहीं कर सकते, पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक को सीबीआई के समन पर केजरीवाल
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: April 22, 2023 07:17 AM2023-04-22T07:17:24+5:302023-04-22T07:25:38+5:30
मलिक के एक ट्वीट का जवाब देते हुए केजरीवाल ने लिखा, "पूरा देश आपके साथ है। खौफ के इस दौर में आपने बहुत साहस दिखाया है, सर। वो कायर है, सीबीआई के पीछे छिपा है।
नयी दिल्लीः सीबीआई द्वारा जम्मू कश्मीर के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक को तलब किए जाने पर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शुक्रवार को कहा कि उन्होंने इस ''भय के समय'' में बहुत साहस दिखाया है और पूरा देश उनके साथ है।
अधिकारियों के मुताबिक, सीबीआई ने मलिक से संघ शासित प्रदेश में कथित बीमा घोटाले के सिलसिले में कुछ सवालों के जवाब मांगे हैं। सीबीआई का यह कदम मलिक के ‘द वायर’ के साथ साक्षात्कार के एक सप्ताह बाद आया है, जिसमें उन्होंने मोदी सरकार पर आलोचनात्मक टिप्पणी की थी, खास तौर से उन्होंने जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में हुए हमले के बारे में बोला था।
गौरतलब है कि पूर्ववर्ती जम्मू-कश्मीर राज्य में मलिक राज्यपाल के पद पर आसीन रहे हैं। मलिक के एक ट्वीट का जवाब देते हुए केजरीवाल ने लिखा, "पूरा देश आपके साथ है। खौफ के इस दौर में आपने बहुत साहस दिखाया है, सर। वो कायर है, सीबीआई के पीछे छिपा है। जब-जब इस महान देश पर संकट आया, आप जैसे लोगों ने अपने साहस से उसका मुकाबला किया।’’
पूरा देश आपके साथ है। ख़ौफ़ के इस दौर में आपने बहुत साहस दिखाया है, सर। वो कायर है, CBI के पीछे छिपा है। जब जब इस महान देश पर संकट आया, आप जैसे लोगों ने अपने साहस से उसका मुक़ाबला किया। वो अनपढ़ है, भ्रष्ट है, ग़द्दार है। वो आपका मुक़ाबला नहीं कर सकता। आप आगे बढ़ो सर। Proud of u https://t.co/FBCZVTERan
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) April 21, 2023
केजरीवाल ने आगे लिखा है, ‘‘वो अनपढ़ है, भ्रष्ट है, गद्दार है। वो आपका मुक़ाबला नहीं कर सकता। आप आगे बढ़ो सर। आप पर गर्व है।’’ मलिक ने अपने ट्वीट में कहा है, "मैंने सच बोलकर कुछ लोगों के पापों का पर्दाफाश किया है। शायद इसलिए फोन आया है। मैं किसान का बेटा हूं, मैं घबराऊंगा नहीं। मैं सच के साथ खड़ा हूं।"
सीबीआई ने सरकारी कर्मचारियों के लिए समूह चिकित्सा बीमा योजना के ठेके देने और जम्मू-कश्मीर में 'किरू पनबिजली परियोजना' से संबंधित 2,200 करोड़ रुपये के परियोजना में मलिक द्वारा लगाए गए भ्रष्टाचार के आरोपों के संबंध में दो प्राथमिकी दर्ज की है। मलिक ने दावा किया था कि 23 अगस्त, 2018 और 30 अक्टूबर, 2019 के बीच जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल के रूप में उनके कार्यकाल के दौरान दो फाइलों को मंजूरी देने के लिए उन्हें 300 करोड़ रुपये के रिश्वत की पेशकश की गई थी।
भाषा इनपुट