आरुषी हत्याकांड मामले में आया नया मोड़, न्याय के लिए SC पहुंची हेमराज की पत्नी
By लोकमत समाचार हिंदी ब्यूरो | Published: December 15, 2017 08:50 PM2017-12-15T20:50:16+5:302017-12-15T21:12:37+5:30
आरुषि-हेमराज हत्याकांड मामले में डॉ. दंपती की रिहाई को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी गई है।
आरुषि-हेमराज हत्याकांड मामले में एक नया मोड़ आ गया है, जिसमें डॉक्टर दंपती राजेश और नूपुर तलवार की रिहाई को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी गई है। दरअसल, नौकर हेमराज की पत्नी खुमकला ने इलाहाबाद हाईकोर्ट के फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी है।
इस नौ साल पुराने हत्याकांड में 13 अक्टूबर को तलवार दंपती बरी हुए थे। वहीं, उससे पहले गाजियाबाद की सीबीआई कोर्ट ने दोनों को बेटी और नौकर की हत्या का दोषी मानते हुए उम्रकैद की सजा सुनाई थी, तब से वे डासना जेल में थे। उन्होंने इसके खिलाफ हाईकोर्ट में याचिका दायर की थी।
हाईकोर्ट का फैसला आने के बाद हेमराज के परिवार ने सीबीआई पर जांच में हेराफेरी करने का आरोप लगाया था। परिवार का कहना था कि उनके साथ न्याय नहीं हुआ। वहीं, हेमराज के परिवार की ओर से वकील नरेश यादव ने इस मामले में पहले ही स्पष्ट कर दिया था कि वे इस फैसले से संतुष्ट नहीं है और इस मामले में सुप्रीम कोर्ट जाएंगे।
उन्होंने कहा था कि हेमराज का परिवार सीबीआई के कदम की प्रतीक्षा कर रहा है। अगर वह इस मामले में सुप्रीम कोर्ट में अपील नहीं करती है तो वे खुद जाएंगे।
गौरतलब है कि नोएडा में साल 2008 के दौरान 14 साल की आरुषि और उसके घरेलू नौकर हेमराज की हत्या हुई थी। मामले की जांच सीबीआई को मिली तो इस हत्याकांड में सनसनीखेज खुलासा हुआ। आरुषि के माता पिता डॉ. राजेश और नुपुर तलवार आरोपी बनाए गए। इसके बाद गाजियाबाद की सीबीआई कोर्ट ने सुनवाई शुरू की और आरुषि व हेमराज की हत्या में तलवार दंपत्ति को दोषी पाया। जस्टिस श्याम लाल की अदालत ने नवंबर 2013 में दोनों को उम्रकैद की सजा सुनाई, लेकिन 4 साल बाद इलाबाद हाईकोर्ट ने दोनों को बरी कर दिया।