बीते छह सालों में भाजपा ने वाजपेयी, जेटली, सुषमा स्वराज सहित खोए ये 10 बड़े दिग्गज
By स्वाति सिंह | Published: August 24, 2019 04:52 PM2019-08-24T16:52:13+5:302019-08-24T16:52:13+5:30
भारतीय जनता पार्टी साल 2014 में सत्ता में आई। तब से लेकर अब तक बीते 6 सालों में अपने 11 दिग्गजों को खो चुकी है। जिसमें पूर्व वित्त मंत्री अरुण जेटली, सुषमा स्वराज सहित कई दिग्गज और वरिष्ठ नेता शामिल हैं।
सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने बीते 6 सालों में पूर्व वित्त मंत्री अरुण जेटली, सुषमा स्वराज सहित कई दिग्गज और वरिष्ठ नेताओं, सदस्यों को खोया है। बीजेपी के मरने वाले नेताओं में कुछ सदस्य राजनीति में सक्रिय थे, जबकि कई राजनीति से सेवानिवृत्त हो गए थे।
अटल बिहारी वाजपेयी
16 अगस्त 2018 को अटल बिहारी वाजपेयी का निधन हो गया। अटल बिहारी वाजपेयी को गुर्दा (किडनी) नली में संक्रमण, छाती में जकड़न, मूत्रनली में संक्रमण आदि के बाद 11 जून 2018 को एम्स में भर्ती कराया गया था। मधुमेह के शिकार 93 वर्षीय भाजपा नेता का एक ही गुर्दा काम करता था। अटल बिहारी वाजपेयी का जन्म 25 दिसंबर 1924 को हुआ। अपनी प्रतिभा, नेतृत्व क्षमता और लोकप्रियता के कारण वे चार दशकों से भी अधिक समय से भारतीय संसद के सांसद रहे। इसके अलावा तीन बार भारत के प्रधानमंत्री पद पर भी सुशोभित हुए।
गोपीनाथ मुंडे
साल 2014 में पहली बार बीजेपी सरकार बनने के कुछ ही दिन बाद एक हादसे में केंद्रीय मंत्री गोपीनाथ मुंडे का निधन हो गया था। मुंडे ने 2014 में महाराष्ट्र की बीड सीट पर एनसीपी के कद्दावर उम्मीदवार को हराते हुए जीत दर्ज की थी। पांच बार के विधायक रहे मुंडे महाराष्ट्र के विधानसभा चुनाव में मुख्यमंत्री पद के तगड़े दावेदार थे। 2014 में हुए लोकसभा चुनाव में प्रचंड बहुमत में आई मोदी सरकार में गोपीनाथ मुंडे कैबिनेट मंत्री बने थे।
अनिल माधव दवे
पहली मोदी सरकार में केंद्रीय पर्यावरण मंत्री रहे। दवे का 18 मई 2017 को निधन हुआ था। 61 वर्ष की उम्र में दिल का दौरा पड़ने के बाद उन्हें एम्स में भर्ती कराया गया। काफी प्रयासों के बाद भी उनकी जान नहीं बचाई जा सकी।
मदन लाल खुराना
दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री मदन लाल खुराना को राष्ट्रीय राजधानी में बीजेपी के सबसे बड़े नेताओं में से एक माना जाता था। खुराना ने अपने करियर की शुरुआत बीजेपी के पूर्ववर्ती जनसंघ के साथ की और पार्टी और केंद्र सरकार में कई पदों पर रहे। लंबी बीमारी के बाद 27 अक्टूबर, 2018 को उनका निधन हो गया। खुराना दिल्ली के 1993 से 1996 तक मुख्यमंत्री रहे। 2001 में उन्हें राजस्थान का राज्यपाल भी बनाया गया था। पाकिस्तान के फैसलाबाद शहर में 15 अक्टूबर 1936 को जन्मे मदन लाल खुराना दिल्ली के सर गंगा राम अस्पताल में उनका इलाज चल रहा था।
अनंत कुमार
बीजेपी नेता और कई बार संसद रहे अनंत कुमार का नवंबर 2018 में निधन हो गया। उन्होंने अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व में पहले बीजेपी सरकार और फिर नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में मंत्री पद संभाला। कुमार उन अगली पीढ़ी के नेताओं में से थे, जिन्हें लालकृष्ण आडवाणी ने पार्टी और सरकार में एक बड़ी भूमिका के लिए तैयार किया था। वह कैंसर से जूझ रहे थे और पिछले साल 12 नवंबर को उनका निधन हो गया।
बलराम दास टंडन
टंडन का निधन 14 अगस्त 2018 को छत्तीसगढ़ के राज्यपाल के रूप में हुआ था। जनसंघ के संस्थापक सदस्य और बीजेपी के वरिष्ठ नेता रहे बलराम दास टंडन ने 18 जुलाई 2014 को छत्तीसगढ़ के राज्यपाल का पद संभाला था। अपने लंबे राजनीतिक करियर में टंडन पंजाब के उप मुख्यमंत्री सहित विभिन्न पदों पर रहे। छह बार विधायक रहे टंडन आपातकाल के दौरान 1975 से 1977 तक जेल में भी रहे। उन्होंने 1977-79 में और 1997-2002 में प्रकाश सिंह बादल की अध्यक्षता में मंत्रालयों में कैबिनेट मंत्री के रूप में भी कार्य किया है।
मनोहर पर्रिकर
पर्रिकर का 17 मार्च 2019 को अग्नाशय कैंसर के कारण निधन हो गया था। पिछले एक सालों से मनोहर पर्रिकर बीमार चल रहे थे। कैंसर के लिए वह कुछ महीनों तक अमेरिका भी इलाज करवाकर आए थे। स्वदेश वापस लौटने के बाद वह कुछ महीनों तक दिल्ली के एम्स में भी भर्ती थे। वह चार बार मुख्यमंत्री रहे थे।
मांगे राम गर्ग
गर्ग ने 2003 और 2008 के बीच राष्ट्रीय राजधानी में वजीरपुर विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व किया। वह बीजेपी के कई पदों पर रहे थे, जिसमें कोषाध्यक्ष, जिला अध्यक्ष और इसकी दिल्ली इकाई के प्रमुख शामिल है। इस वर्ष जुलाई में 83 वर्ष की आयु में निधन हो गया।
सुषमा स्वराज
बीजेपी की कद्दावर नेता रहीं सुषमा स्वराज का 6 अगस्त रात निधन हो गया। वह 67 वर्ष की थीं। हृदय गति रुकने से उनका निधन हो गया। सुषमा स्वराज देश की पहली महिला विदेश मंत्री के तौर पर जानी जाती हैं। उनका जन्म 14 फरवरी 1952 को अंबाला में हुआ था। उन्होंने अपनी पढ़ाई एसडी कॉलेज अंबाला छावनी से की, जिसके बाद पंजाब विश्वविद्यालय चंडीगढ़ से उन्होंने कानून की डिग्री हासिल की। 1970 में सुषमा ने अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के साथ राजनीति में कदम रखे। उसी दौरान उन्होंने जेपी के अंदोलन में भी हिस्सा लिया। 1975 में सुषमा की शादी स्वराज कौशल से हुई। कौशल भी 6 साल तक राज्यसभा में सांसद रहे इसके अलावा वो मिजोरम के राज्यपाल भी रह चुके हैं।
बाबूलाल गौर
मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एवं बीजेपी के वरिष्ठ नेता बाबूलाल गौर (89) का 21 अगस्त को लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया। भाजपा के वरिष्ठ नेता गौर 2004-2005 में मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री और 10 बार लगातार मध्य प्रदेश विधानसभा के सदस्य रहे। अपने लंबे राजनीतिक करियर में वह मध्य प्रदेश में गृह, वाणिज्य, उद्योग, विधि एवं विधायी कार्य, संसदीय कार्य, जनसम्पर्क, नगरीय कल्याण, शहरी आवास तथा पुनर्वास, 'भोपाल गैस त्रासदी' राहत, सहित अन्य विभागों के भी मंत्री रहे।
अरुण जेटली
बीजेपी के वरिष्ठ नेता और पूर्व वित्त मंत्री अरुण जेटली का शनिवार (24 अगस्त)को दोपहर 12:7 मिनट पर निधन हो गया। उन्हें 9 अगस्त को सांस लेने में तकलीफ होने की वजह से दिल्ली एम्स में भर्ती कराया गया था। डॉक्टरों ने उन्हें पिछले 14 दिनों से लाइफ सपोर्ट सिस्टम पर रखा था। जेटली 66 वर्ष के थे। जेटली को राज्यसभा से सांसद बनाया गया और केंद्रीय मंत्रिमंडल में उनका पद सुरिक्षत हो गया। 1952 को जन्मे अरुण जेटली के पिता भी वकील थे। अरुण जेटली के पुत्र और पुत्री दोनों ही वकील हैं। अरुण जेटली का पूरा नाम अरुण महाराज किशन जेटली है। उन्हें कुशल वक्ता और रणनीतिकार के रूप में याद आते रहेंगे। वह भारतीय जनता पार्टी के संकटमोचक थे।