लंबे समय से बीमार चल रहे पूर्व वित्त मंत्री अरुण जेटली (66 वर्षीय) 9 अगस्त से सांस लेने में हो रही तकलीफ की वजह से अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) में एडमिट हैं। आज ( 17 अगस्त) दिन में गृह मंत्री अमित शाह उन्हें फिर देखने जा सकते हैं। जेटली की हालत में फिलहाल कोई सुधार नहीं है। एम्स में उन्हें एक्स्ट्रा-कॉरपोरियल मैम्ब्रेन ऑक्सीजेनेशन (ECMO) पर रखा गया है। ताकि वह सांस ले सकें। कल शुक्रवार (16 अगस्त) उनकी हालात पहले से ज्यादा बिगड़ गई थी, जिसके बाद देर रात गृह मंत्री अमित शाहअरुण जेटली के स्वास्थ्य का हाल जानने एम्स गये थे। इसके अलावा राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने भी एम्स पर जेटली की हालत के बारे में जानकारी ली थी। इस दौरान केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्ष वर्धन भी मौजूद थे।
अरुण जेटली पिछले एक हफ्ते से एम्स में आईसीयू में एडमिट हैं। एम्स में 9 अगस्त की रात को जेटली को भर्ती कराया गया था। उसी दिन रात में एम्स ने उनकी मेडिकल रिपोर्ट जारी की थी। जिसके बाद अधिकारिक तौर पर एम्स की ओर से अभी तक कुछ नहीं कहा गया है।
शुक्रवार शाम को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी अरुण जेटली को देखने एम्स पहुंचे थे। सूत्रों के अनुसार जेटली (66) की स्थिति गंभीर बनी हुई है और डॉक्टरों की टीम उनके उपचार पर नजर रख रही है। जेटली को सांस लेने में तकलीफ और बेचैनी की शिकायत के बाद नौ अगस्त को उन्हें एम्स में भर्ती किया गया था।
पिछले हफ्ते उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने एम्स जाकर जेटली के स्वास्थ्य की जानकारी ली थी, जिसके बाद उनके कार्यालय ने कहा था कि जेटली पर इलाज का असर हो रहा है। इस साल मई में जेटली को इलाज के लिये एम्स में भर्ती कराया गया था।
9 अगस्त को जेटली से मिलने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन और लोकसभा स्पीकर ओम बिरला भी AIIMS पहुंचे थे। इसके अलावा भी कई बीजेपी के नेता और विपक्ष के कई नेता भी जेटली को देखने गये थे।
पिछली सरकार में वित्त मंत्री रहे अरुण जेटली ने दोबारा मंत्रिमंडल में शामिल होने से मना कर दिया था। उन्होंने पत्र में लिख कर कहा था कि उन्हें मंत्री बनाने पर विचार न करें। इसी साल मई में उपचार के लिए जेटली को एम्स में भर्ती कराया गया था।
पेशे से वकील जेटली ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी नीत पहली राजग सरकार में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। जेटली ने अपने स्वास्थ्य कारणों से 2019 लोकसभा चुनाव नहीं लड़ा। पिछले वर्ष 14 मई को जेटली का किडनी प्रतिरोपण हुआ था। अप्रैल 2018 से ही उन्होंने कार्यालय आना बंद कर दिया था और 23 अगस्त, 2018 को वित्त मंत्रालय में लौटे।