अनुच्छेद 370ः कांग्रेस नेता आजाद ने कहा- जम्मू-कश्मीर में अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का कोई निशान नहीं है, ‘बहुत खराब’ स्थिति

By भाषा | Updated: September 24, 2019 17:32 IST2019-09-24T17:32:59+5:302019-09-24T17:32:59+5:30

राज्यसभा में विपक्ष के नेता आजाद शुक्रवार को श्रीनगर पहुंचे थे। इससे पहले श्रीनगर पहुंचने की उनकी कोशिशें तीन बार नाकाम रही थीं क्योंकि प्रशासन ने उन्हें वापस भेज दिया था। कश्मीर की स्थिति पर उनका क्या आकलन है, संवाददाताओं द्वारा यह पूछे जाने पर आजाद ने कहा, ‘‘बहुत खराब है।’’

Article 370: Congress leader Azad said - there is no sign of freedom of expression in Jammu and Kashmir, 'very bad' situation | अनुच्छेद 370ः कांग्रेस नेता आजाद ने कहा- जम्मू-कश्मीर में अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का कोई निशान नहीं है, ‘बहुत खराब’ स्थिति

आजाद का दौरा तब मुमकिन हुआ, जब 16 सितंबर को उच्चतम न्यायालय ने उन्हें राज्य जाने की अनुमति दी थी।

Highlightsमुझे अभी मीडिया से कुछ नहीं कहना है। मैं कश्मीर में चार दिन रहा तथा दो और दिन जम्मू में रहने के लिए यहां पहुंचा हूं।मैं घाटी में ठहरने के दौरान जिन स्थानों पर जाना चाहता था, उसके 10 प्रतिशत स्थानों पर भी प्रशासन ने मुझे जाने नहीं दिया।

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद जम्मू कश्मीर के अपने छह दिवसीय दौरे के दूसरे चरण में मंगलवार को यहां पहुंचे और कहा कि घाटी में ‘बहुत बुरी’ स्थिति है।

राज्यसभा में विपक्ष के नेता आजाद शुक्रवार को श्रीनगर पहुंचे थे। इससे पहले श्रीनगर पहुंचने की उनकी कोशिशें तीन बार नाकाम रही थीं क्योंकि प्रशासन ने उन्हें वापस भेज दिया था। कश्मीर की स्थिति पर उनका क्या आकलन है, संवाददाताओं द्वारा यह पूछे जाने पर आजाद ने कहा, ‘‘बहुत खराब है।’’

उन्होंने कहा, ‘‘मुझे अभी मीडिया से कुछ नहीं कहना है। मैं कश्मीर में चार दिन रहा तथा दो और दिन जम्मू में रहने के लिए यहां पहुंचा हूं। छह दिवसीय दौरे के समापन के बाद जो भी कहना होगा, कहूंगा।’’ जम्मू कश्मीर में हालात के बारे में उनका आकलन रिपोर्ट उच्चतम न्यायालय को सौंपे जाने के संबंध में एक सवाल पर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी दिल्ली वापसी के बाद इस पर फैसला होगा।

उन्होंने कहा, ‘‘मैं घाटी में ठहरने के दौरान जिन स्थानों पर जाना चाहता था, उसके 10 प्रतिशत स्थानों पर भी प्रशासन ने मुझे जाने नहीं दिया।’’ राजनीतिक नेताओं को हिरासत में लिए जाने और राजनीतिक गतिविधियों पर बंदिशों के बारे में पूछे जाने पर आजाद ने कहा, ‘‘जम्मू-कश्मीर में अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का कोई निशान नहीं है।’’

आजाद का दौरा तब मुमकिन हुआ, जब 16 सितंबर को उच्चतम न्यायालय ने उन्हें राज्य जाने की अनुमति दी थी। प्रधान न्यायाधीश रंजन गोगोई की अध्यक्षता वाली पीठ ने कांग्रेस नेता को चार जिलों - श्रीनगर, जम्मू, बारामुला, अनंतनाग में लोगों से मिलने की अनुमति दी थी। 

Web Title: Article 370: Congress leader Azad said - there is no sign of freedom of expression in Jammu and Kashmir, 'very bad' situation

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