चीन सीमा तक आसानी से पहुंचेंगे सेना के टैंक और भारी हथियार, तवांग तक होगा रेलवे नेटवर्क का विस्तार

By शिवेंद्र कुमार राय | Published: March 20, 2023 08:39 PM2023-03-20T20:39:22+5:302023-03-20T20:40:47+5:30

भारत की सुरक्षा रणनीति को ध्यान में रखते हुए भारतीय रेलवे ने अरुणाचल प्रदेश के तवांग तक अपने रेलवे नेटवर्क का विस्तार करने की योजना बनाई है। पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे के महाप्रबंधक अंशुल गुप्ता ने इस बारे में जानकारी देते हुए बताया है कि भारतीय रेलवे ने फाइनल लोकेशन सर्वे पहले ही पूरा कर लिया है।

Army tanks and heavy weapons will reach China border easily railway network will be expanded till Tawang | चीन सीमा तक आसानी से पहुंचेंगे सेना के टैंक और भारी हथियार, तवांग तक होगा रेलवे नेटवर्क का विस्तार

तवांग तक होगा रेलवे नेटवर्क का विस्तार

Highlightsरेलवे की ओर से तवांग समेत अरुणाचल प्रदेश के अन्य हिस्सों में विस्तार की योजना बनाई गई हैरेलवे का यह विस्तार रणनीतिक रूप से भी काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा हैभारतीय सेना को अपने सामानों तथा उपकरणों को भेजने में काफी मदद मिलेगी

नई दिल्ली: भारत-चीन सीमा पर वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर भारतीय सेना को अपने जवानों और उपकरणों को भेजने में समस्या का सामना नहीं करना पड़ेगा। वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) के प्रति भारत की सुरक्षा रणनीति को ध्यान में रखते हुए भारतीय रेलवे ने अरुणाचल प्रदेश के तवांग तक अपने रेलवे नेटवर्क का विस्तार करने की योजना बनाई है। रेलवे की योजना पूर्वोत्तर के सभी ऐसे हिस्सों को रेल नेटवर्क से जोड़ने की है जो रणनीतिक दृष्टि से महत्वपूर्ण हैं।

पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे के महाप्रबंधक अंशुल गुप्ता ने इस बारे में जानकारी देते हुए बताया है कि भारतीय रेलवे ने फाइनल लोकेशन सर्वे पहले ही पूरा कर लिया है और सर्वेक्षण रिपोर्ट एक उच्च अधिकारियों को भेज दी है। अंशुल गुप्ता ने ये भी बताया कि इस संबंध में रक्षा मंत्रालय के साथ भी बैठक हो चुकी है। रक्षा मंत्रालय भी रेलवे की परियोजना पर सहमत है। रेलवे की पहली परियोजना  बाम-आलो से मेचुका तक और दूसरी परियोजना पासीघाट-परशुराम-वाकरो तक है।

पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे के महाप्रबंधक ने नॉर्थ ईस्टर्न स्टेट कनेक्टिविटी की रेलवे परियोजनाओं के बारे में बात करते हुए कहा कि एनएफ रेलवे इस साल दिसंबर तक आइजोल से रेल कनेक्टिविटी का काम पूरा करने की कोशिश कर रहा है। अंशुल गुप्ता ने कहा, "तुपुल घटना के बाद इंफाल कनेक्टिविटी में कुछ देरी हुई है। हम कुछ एहतियाती कार्यों में लगे हुए हैं और हम दिसंबर 2024 तक काम पूरा करने का लक्ष्य बना रहे हैं। सिक्किम का काम दिसंबर 2024 तक पूरा हो जाएगा, और ट्रेन सेरीमा तक चलेगी। हम मार्च 2024 तक सेरिमा से कोहिमा तक रेलवे परियोजना का काम पूरा करेंगे। अरुणाचल के कुछ महत्वपूर्ण शहरों और सीमावर्ती क्षेत्रों को जोड़ने के उद्देश्य से 1.20 लाख करोड़ रुपये की सीमा और पहाड़ी क्षेत्र संपर्क परियोजनाओं की एक परियोजना है। अरूणाचल प्रदेश, मणिपुर, मिजोरम और सिक्किम और रेलवे इस पर राज्य सरकार, विभिन्न संगठनों, भारतीय सेना के साथ काम कर रहे हैं।"

बता दें कि तवांग चीन सीमा पर स्थित होने के कारण रणनीतिक दृष्टि से भी काफी महत्वपूर्ण है। हाल में ही भारत और चीन के सैनिकों के बीच तवांग में झड़प की खबर भी आई थी। ऐसे में रेलवे का यह विस्तार रणनीतिक रूप से भी काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है।

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