साउथ ब्लॉक से दिल्ली कैंट शिफ्ट किया जाएगा सेना मुख्यालय: सूत्र
By भाषा | Published: February 20, 2020 06:29 AM2020-02-20T06:29:19+5:302020-02-20T06:29:19+5:30
आवास एवं शहरी मामलों के मंत्रालय ने मौजूदा संसद भवन के पुनर्विकास की योजना के तहत संसद भवन की नयी इमारत, केन्द्रीय सचिवालय और सेंट्रल विस्टा को नये सिरे से बनाने का फैसला किया है।
सेना मुख्यालय को रायसीना हिल्स में स्थित ऐतिहासिक साउथ ब्लॉक से दिल्ली कैंट इलाके में ले जाया जाएगा। सूत्रों ने बुधवार को यह जानकारी दी। सूत्रों ने कहा कि रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह नये 'सेना भवन' के निर्माण के लिये शुक्रवार को भूमि पूजन कर सकते हैं। एक सूत्र ने बताया कि इस प्रक्रिया को पूरा होने में पांच साल लग सकते हैं। फिलहाल साउथ ब्लॉक में प्रधानमंत्री कार्यालय, रक्षा मंत्रालय और विदेश मंत्रालय हैं, जबकि नॉर्थ ब्लॉक में गृह मंत्रालय और वित्त मंत्रालय है। दोनों ब्लॉक उच्च सुरक्षा वाले क्षेत्र में आते हैं।
संसद भवन के पुनर्विकास योजना के तहत नॉर्थ ब्लॉक, साउथ ब्लॉक और बहुत सारी अन्य इमारतों को गिराकर नयी संसद बनने वाली है। आवास एवं शहरी मामलों के मंत्रालय ने मौजूदा संसद भवन के पुनर्विकास की योजना के तहत संसद भवन की नयी इमारत, केन्द्रीय सचिवालय और सेंट्रल विस्टा को नये सिरे से बनाने का फैसला किया है। तीन चरणों वाली इस योजना को 2024 तक पूरा करने का लक्ष्य है।
वरिष्ठ संविधानविद सुभाष कश्यप ने सोमवार को संसद भवन के पुनर्विकास की योजना को सार्वजनिक कोष का अपव्यय बताते हुये कहा कि इससे संसद और झोपड़ी के बीच की खाई बढ़ेगी।कश्यप ने संसद भवन और झोपड़ी के बीच की खाई को खत्म करने के गांधी जी के संदेश का हवाला देते हुये कहा कि इससे (परियोजना) संसद और झोपड़ी के बीच की खाई और अधिक बढ़ेगी।
कश्यप ने इस परियोजना के औचित्य पर सवाल उठाते हुये कहा, ‘‘हमारा संसद भवन दुनिया के अन्य संसद भवनों की तुलना में बहुत ही अद्वितीय है, मौजूदा संसद भवन से काम चल ही रहा है तो हम नयी नयी इमारतें बनाकर, नये ताजमहल बनाकर, क्या जनता को खुश करना चाहते हैं? मैं समझता हूं कि यह गांधी जी के विचारों के विपरीत है।’’