'उत्तरी सीमा पर हालात स्थिर, पर कुछ कहा नहीं जा सकता', बोले सेना प्रमुख- आकस्मिक स्थिति से निपटने के लिए तैयार हैं
By भाषा | Published: January 12, 2023 01:01 PM2023-01-12T13:01:04+5:302023-01-12T13:14:42+5:30
जम्मू-कश्मीर में हालात का जिक्र करते हुए जनरल पांडे ने कहा कि फरवरी 2021 में नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर संघर्ष विराम को लेकर बनी सहमति पर अमल जारी है। हालांकि, उन्होंने कहा कि आंतकवाद और आतंकवादी ढांचे को सीमा पार से समर्थन अब भी बरकरार है।

'उत्तरी सीमा पर हालात स्थिर, पर कुछ कहा नहीं जा सकता', बोले सेना प्रमुख- आकस्मिक स्थिति से निपटने के लिए तैयार हैं
नयी दिल्लीः सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे ने बृहस्पतिवार को कहा कि चीन से सटी सीमा पर हालात ‘स्थिर’ हैं, लेकिन ‘कुछ कहा नहीं जा सकता’ और किसी भी आकस्मिक स्थिति से निपटने के लिए पर्याप्त संख्या में भारतीय सैनिकों की तैनाती की गई है।
सेना दिवस से पहले दिल्ली में एक संवाददाता सम्मेलन में जनरल पांडे ने यह भी कहा कि वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर तैनात सैनिक, विरोधी के किसी भी नापाक मंसूबे को दृढ़ता से नाकाम करने के लिए मजबूत स्थिति बनाए रखने में सफल रहे हैं। उन्होंने कहा कि हालात स्थिर और नियंत्रण में हैं, लेकिन कुछ कहा नहीं जा सकता और किसी भी चुनौती से निपटने के लिए एलएसी पर पर्याप्त बलों की तैनाती की गई है।
जनरल पांडे ने कहा, “हमारे सैनिक मजबूत स्थिति बनाए रखने में सफल रहे हैं।” उन्होंने बताया कि दोनों पक्ष सात में पांच मुद्दों का समाधान निकालने में कामयाब रहे हैं। सेना प्रमुख ने कहा, “हमारे बीच सैन्य और कूटनीतिक, दोनों स्तरों पर बातचीत जारी है।”
जम्मू-कश्मीर में हालात का जिक्र करते हुए जनरल पांडे ने कहा कि फरवरी 2021 में नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर संघर्ष विराम को लेकर बनी सहमति पर अमल जारी है। हालांकि, उन्होंने कहा कि आंतकवाद और आतंकवादी ढांचे को सीमा पार से समर्थन अब भी बरकरार है। सेना प्रमुख ने यह भी कहा कि केंद्र सरकार को महिला कर्मियों को सेना की आर्टिलरी रेजिमेंट में शामिल करने का प्रस्ताव भेजा गया है।