थलसेनाध्यक्ष जनरल विपिन रावत ने गुरुवार को उत्तराखंड के उच्च हिमालयी क्षेत्र में स्थित विश्व प्रसिद्ध बदरीनाथ और गंगोत्री धामों के दर्शन कर पूजा-अर्चना की।
जनरल रावत परिवार के साथ सुबह सेना के हेलीकॉप्टर से चमोली जिले में स्थित बदरीनाथ धाम पहुंचे। हैलीपैड पर उतरने के बाद वह सेना के अधिकारियों के साथ बदरीनाथ मंदिर परिसर पहुंचे और पूजा-अर्चना में हिस्सा लिया। बदरीनाथ के बाद सेनाध्यक्ष रावत हरसिल हैलीपैड पहुंचे जहां से वह सेना के वाहन द्वारा गंगोत्री धाम पहुंचे और गंगा घाट व गंगा मंदिर में पत्नी के साथ मां गंगा की विशेष पूजा अर्चना की।
गंगोत्री मंदिर समिति के पदाधिकारी संजीव सेमवाल ने बताया कि इस दौरान जनरल रावत ने मां गंगा को पुष्प, नारियल, श्रृंगार व दक्षिणा भेंट कर राष्ट्र की शक्ति, पराक्रम, वैभव व कुशलता की कामना की। मंदिर के दर्शनों के बाद जनरल रावत ने गंगोत्री में स्वामी सुंदरानंद द्वारा स्थापित की गई तपोवन हिरण्यगर्भ आर्ट गैलरी एवं योग-ध्यान केंद्र का भी अवलोकन भी किया।
आर्ट गैलरी में लगी हिमालय की सैंकड़ों दुर्लभ तस्वीरों को देखने के बाद वह मां गंगा के शीतकालीन प्रवास स्थल मुखबा गांव पहुंचे। वहां से वह धराली स्थित कल्प केदार मंदिर के दर्शन कर सीधे आर्मी कैंप हरसिल पहुंचे। जनरल रावत ने कल केदारनाथ भगवान के दर्शन कर उनकी पूजा-अर्चना की थी। कल उन्होंने जोशीमठ में रात्रि विश्राम किया था।