दक्षिण भारत की चर्चित ट्रांसजेंडर सामाजिक कार्यकर्ता अप्सरा रेड्डी मंगलवार को कांग्रेस में शामिल हो गईं हैं। अप्सरा को पार्टी की महिला इकाई का राष्ट्रीय महासचिव बनाया है।पहले वह अन्नाद्रमुक से जुड़ी हुईं थीं और राष्ट्रीय प्रवक्ता की भूमिका में थी। वह पत्रकार भी हैं।
अप्सरा ने अखिल भारतीय महिला कांग्रेस कमेटी की अध्यक्ष सुष्मिता देव के साथ कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से मुलाकात की और पार्टी में शामिल हुईं। सुष्मिता ने उनका कांग्रेस में स्वागत करते हुए कहा, ‘‘यह बहुत गौरव की बात है कि आप महिला कांग्रेस में ट्रांसजेंडर समुदाय की पहली पदाधिकार होंगी। मैं आशा करती हूं कि हम संपूर्ण लैंगिक न्याय और विशेष तौर पर ट्रांसजेंडर समुदाय के अधिकारों के लिए मिलकर काम करेंगे।’’
कौन हैं अप्सरा रेड्डी
लड़के के तौर पर जन्म लेने वाली अप्सरा ने बाद में अपना जेंडर बदलवा लिया था। चेन्नै की रहने वाली अप्सरा रेड्डी अभी तक अन्नाद्रमुक से जुड़ी हुईं थीं और राष्ट्रीय प्रवक्ता की भूमिका में थी। हालांकि जयललिता की मौत के बाद पार्टी में जारी घमासान की वजह से उन्होंने इस्तीफा दे दिया था।
2016 में अप्सरा ने बीजेपी भी जॉइन किया था। लेकिन कुछ ही दिनों बाद पार्टी में स्वतंत्र विचारों के लिए जगह नहीं होने की बात कहकर उन्होंने पार्टी से इस्तीफा दे दिया था। एआईएडीएमके के पहले वो बीजेपी में थी। अप्सरा रेड्डी चैन्नेई की रहने वाली हैं। आस्ट्रेलिया और लंदन से जर्नलिज़्म की पढ़ाई कर चुकीं अप्सरा अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कई पत्रिकाओं के साथ काम कर चुकी हैं। वह तमिलनाडु में स्वास्थ्य जागरुकता अभियान चलाने के साथ ही महिलाओं के मुद्दों पर भी मुखर रहती हैं।