बागी विधायक चिमणराव पाटिल ने वीडियो जारी कर बताया एकनाथ शिंदे के खेमे में क्यों हुए वे शामिल, देखें Video
By रुस्तम राणा | Published: June 25, 2022 09:45 PM2022-06-25T21:45:23+5:302022-06-25T21:47:27+5:30
इस वीडियो में पाटिल कहते हैं कि हम परंपरागत रूप से एनसीपी और कांग्रेस के प्रतिद्वंद्वी हैं, वे निर्वाचन क्षेत्रों में हमारे प्राथमिक चुनौती हैं। हमने सीएम उद्धव ठाकरे से अनुरोध किया कि प्राकृतिक गठबंधन किया जाना चाहिए।"
गुवाहाटी: शिवसेना के बागी विधायक चिमणराव पाटिल ने वीडियो जारी कर यह बताया है कि वे एकनाश शिंदे के खेमे में शामिल क्यों हुए हैं। उनका वीडियो खुद बागवत का नेतृत्व कर रहे एकनाथ शिंदे ने अपने ट्विटर पर शेयर किया है। शिवसेना के बागी नेता शिंदे ने शनिवार को अपने खेमे के एक विधायक, एरांडोल के विधायक चिमणराव पाटिल का एक वीडियो अपलोड किया है।
इस वीडियो में पाटिल कहते हैं कि हम परंपरागत रूप से एनसीपी और कांग्रेस के प्रतिद्वंद्वी हैं, वे निर्वाचन क्षेत्रों में हमारे प्राथमिक चुनौती हैं। हमने सीएम उद्धव ठाकरे से अनुरोध किया कि प्राकृतिक गठबंधन किया जाना चाहिए।"
पाटिल ने कहा, चूंकि सीएम की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं हुई, हमारे नेता एकनाथ शिंदे ने स्टैंड लिया। शिवसेना का हर कार्यकर्ता स्वाभाविक गठबंधन चाहता है। एकनाथ शिंदे द्वारा ट्वीट किए गए एक वीडियो में शिवसेना के बागी विधायक चिमनराव पाटिल ने कहा कि शिवसेना के दो तिहाई से अधिक विधायकों और 10 निर्दलीय विधायकों द्वारा विद्रोह का समर्थन किया जा रहा है।
जळगाव जिल्ह्यातील पारोळा मतदारसंघाचे आमदार श्री.चिमणराव आबासाहेब पाटील यांची सुस्पष्ट भूमिका....
— Eknath Shinde - एकनाथ शिंदे (@mieknathshinde) June 25, 2022
आम्ही गेली ३० वर्ष प्रथम काँग्रेस आणि राष्ट्रवादीच्या स्थापनेनंतर राष्ट्रवादी काँग्रेस सोबत संघर्ष करत आहोत. काँग्रेस - राष्ट्रवादी सोबत आमचा परंपरागत संघर्ष होता आणि यापुढेही राहील. pic.twitter.com/2TqHPHpnOo
बता दें कि जब से शिंदे ने इस सप्ताह की शुरुआत में ठाकरे के खिलाफ बगावत शुरू की थी, तब से वह उन विधायकों के वीडियो अपलोड कर रहे हैं, जो उनके पक्ष में हैं। असम के गुवाहाटी में एक होटल में ठहरे हुए सभी बागी विधायक चाहते हैं कि मुख्यमंत्री राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) और कांग्रेस के साथ बने महा विकास अघाड़ी गठबंधन खत्म कर दें और हिंदुत्व के एजेंडे को न छोड़ें।
शिवसेना-एनसीपी-कांग्रेस गठबंधन, जिसे महा विकास अघाड़ी (एमवीए) कहा जाता है, नवंबर 2019 में अस्तित्व में आया था, जब ठाकरे के नेतृत्व वाले संगठन ने अपने लंबे समय के सहयोगी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के साथ अलग होने का फैसला किया था।