पशु कल्याण बोर्ड ने लोगों से 14 फरवरी को 'काउ हग' दिवस के रूप में मनाने का किया आग्रह, गाय को बताया भारतीय संस्कृति की रीढ़ की हड्डी
By मनाली रस्तोगी | Published: February 8, 2023 08:05 PM2023-02-08T20:05:54+5:302023-02-08T20:07:20+5:30
भारतीय पशु कल्याण बोर्ड ने एक नोटिस जारी कर लोगों से 14 फरवरी को "सकारात्मक ऊर्जा" फैलाने और "सामूहिक खुशी" को प्रोत्साहित करने के लिए "काउ हग डे" मनाने की अपील की है।
नई दिल्ली: भारतीय पशु कल्याण बोर्ड ने भारतीयों से 14 फरवरी को 'काउ हग डे' के रूप में मनाने का आग्रह किया है। भारतीय पशु कल्याण बोर्ड केंद्रीय मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी मंत्रालय के अंतर्गत आता है। गाय को भारतीय संस्कृति और ग्रामीण अर्थव्यवस्था की रीढ़ की हड्डी बताते हुए बोर्ड ने भारतीयों से गाय माता के महत्व को ध्यान में रखने का आग्रह किया।
बोर्ड ने कहा कि गाय को गले लगाने से जीवन खुशहाल और सकारात्मक ऊर्जा से भर जाएगा। सोमवार को जारी नोटिस में यह भी कहा गया है कि गाय को गले लगाने से "भावनात्मक समृद्धि आएगी" और "हमारी व्यक्तिगत और सामूहिक खुशी बढ़ेगी"। भारतीय पशु कल्याण बोर्ड ने यह भी कहा कि पश्चिमी संस्कृति की "प्रगति" के कारण "वैदिक परंपराएं" विलुप्त होने के कगार पर थीं।
नोटिस में कहा गया कि पश्चिमी सभ्यता की "चकाचौंध" ने भारतीयों को अपनी "भौतिक संस्कृति और विरासत" को भुला दिया है। गाय को 'कामधेनु' और 'गौमाता' के रूप में जाना जाता है क्योंकि यह मां की तरह पौष्टिक प्रकृति की है, जो मानवता को धन प्रदान करने वाली है। बोर्ड ने कहा कि मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी मंत्रालय के तहत पशुपालन और डेयरी विभाग के निर्देश पर एडवाइजरी जारी की गई है।