आंध्र प्रदेशः टीडीपी सांसद के आवास और कार्यालयों पर आयकर विभाग की छापेमारी
By भाषा | Published: October 12, 2018 02:11 PM2018-10-12T14:11:05+5:302018-10-12T14:14:21+5:30
पिछले चार साल तक टीडीपी केंद्र सरकार का हिस्सा रही है लेकिन चंद्रबाबू नायडू ने पिछले दिनों ए़नडीए से अलग होने की घोषणा की थी। टीडीपी सांसद ने इसे बदले की कार्यवाही माना है।
अमरावती/हैदराबाद, 12 अक्टूबरःआयकर विभाग ने शुक्रवार को तेलगू देशम पार्टी (तेदेपा) के राज्यसभा सदस्य सी. एम. रमेश के आंध्रप्रदेश और तेलंगाना स्थित परिसरों की तलाशी ली। सांसद ने इन छापों को ‘राजनैतिक बदले’ की कार्रवाई करार दिया।
सूत्रों ने बताया कि रमेश के कडपा जिला स्थित पैतृक गांव येरागुंतला में उनके आवास पर छापेमारी शुक्रवार की सुबह शुरू हुई। उसी वक्त आयकर विभाग के 10 कर्मचारियों के दल ने हैदराबाद में जुबली हिल्स स्थित उनके आवास और उनकी कंपनी रित्विक प्रोजेक्ट्स के कार्यालय पर भी छापा मारा।
आयकर विभाग के सूत्रों ने बताया, ‘‘रमेश के आंध्रप्रदेश में कडपा जिला स्थित आवासों की तलाशी चल रही है। आयकर विभाग के अधिकारी हैदराबाद में भी उनके आवास और कार्यालय के रिकॉर्ड की जांच कर रहे हैं। यह नियमित बात है.... इसमें कोई महत्व की बात नहीं है।’’
छापों की आलोचना करते हुए तेदेपा ने कहा कि यह ‘‘विशुद्ध रूप से राजनीतिक बदला है’’ क्योंकि रमेश संसद में लगातार राज्य के हितों के लिए आवाज उठा रहे थे। सूचना एवं प्रौद्योगिकी मंत्री एन. लोकेश ने ट्वीट कर आरोप लगाया, ‘‘ यह आंध्र के लोगों पर हमला है। मोदी सरकार प्रतिशोधपूर्ण रवैया अपना रही है क्योंकि हम आंध्रप्रदेश से किए गए सभी वादों को पूरा करने की मांग कर रहे थे।’’
उन्होंने आरोप लगाया कि इस छापेमारी का लक्ष्य उद्योगपतियों को डरा कर राज्य में निवेश की आवक को रोकना है। नयी दिल्ली में मौजूद रमेश का कहना है कि उनके परिसरों पर हो रही आयकर की छापेमारी के पीछे विपक्षी दल वाईएसआर कांग्रेस का हाथ है।
A clear-cut case of political vendetta, Centre has been targeting our leaders from last 15 days. The same thing happened in Tamil Nadu, Karnataka, West Bengal and now Andhra Pradesh, whoever is opposing them is being targeted: TDP MP CM Ramesh on IT raids on his close relatives pic.twitter.com/mA434ve7yT
— ANI (@ANI) October 12, 2018
उन्होंने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री ने स्वयं संसद के भीतर हमें नतीजे की चेतावनी दी थी क्योंकि हम लोग राज्य के अधिकारों के लिए लड़ रहे थे। आयकर का छापा उस चेतावनी का नतीजा है।’’ संसद की लोक लेखा समिति के सदस्य रमेश ने यह भी कहा कि उन्होंने पिछले चार साल में 200 करोड़ रुपये की आय दिखायी है और कर भर भरा है। उन्होंने कहा कि वह ऐसे हमलों से नहीं डरेंगे।