आंध्र प्रदेश: राज्यपाल नरसिम्हन 5वीं बार मुख्यमंत्री पद की शपथ दिलाकर हासिल करेंगे दुर्लभ उपलब्धि
By भाषा | Published: May 29, 2019 09:07 PM2019-05-29T21:07:32+5:302019-05-29T21:07:32+5:30
नरसिम्हन ने आठ जून 2014 को एन चंद्रबाबू नायडू को विभाजित आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई थी। उन्होंने 13 दिसंबर 2018 को दूसरी बार चंद्रशेखर राव को तेलंगाना के मुख्यमंत्री पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई।
आंध्र प्रदेश एवं तेलंगाना के राज्यपाल ई एस एल नरसिम्हन गुरूवार को उस वक्त दुर्लभ उपलब्धि हासिल कर लेंगे जब वह वाईएसआर कांग्रेस के प्रमुख वाई एस जगनमोहन रेड्डी को आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाएंगे।
राज्यपाल के तौर पर अपने दशक भर लंबे कार्यकाल में नरसिम्हन पांचवीं बार सरकार का गठन कराने के अपने संवैधानिक दायित्व का निर्वाह करेंगे। भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) के पूर्व अधिकारी और खुफिया ब्यूरो (आईबी) के पूर्व प्रमुख नरसिम्हन को दिसंबर 2009 में छत्तीसगढ़ के राज्यपाल पद से हटाकर तत्कालीन अविभाजित आंध्र प्रदेश के राज्यपाल पद पर भेजा गया था।
तत्कालीन आंध्र प्रदेश में नरसिम्हन ने 25 नवंबर 2010 को एन किरण कुमार रेड्डी को मुख्यमंत्री पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई थी। आंध्र प्रदेश के विभाजन के बाद उन्होंने दो जून 2014 को के चंद्रशेखर राव को नवगठित तेलंगाना राज्य के पहले मुख्यमंत्री के रूप में पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई थी।
नरसिम्हन ने आठ जून 2014 को एन चंद्रबाबू नायडू को विभाजित आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई थी। उन्होंने 13 दिसंबर 2018 को दूसरी बार चंद्रशेखर राव को तेलंगाना के मुख्यमंत्री पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई।
जगनमोहन रेड्डी चौथे ऐसे नेता होंगे जिन्हें नरसिम्हन मुख्यमंत्री पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाएंगे। आंध्र प्रदेश के नौकरशाहों ने इसे दुर्लभ उपलब्धि करार दिया है।