कोरोना वायरस संकटः आंध्र प्रदेश की जगनमोहन रेड्डी सरकार ने सरकारी कर्मचारियों की रोकी सैलरी
By रामदीप मिश्रा | Published: April 1, 2020 08:51 AM2020-04-01T08:51:55+5:302020-04-01T08:54:42+5:30
आंध्र प्रदेश की वाईएस जगनमोहन रेड्डी सरकार ने COVID-19 के प्रकोप मद्देनजर रखते हुए सरकारी कर्मचारियों के वेतन को स्थगित करने का आदेश जारी किया है।
कोरोना वायरस को लेकर हंगामा बरपा हुआ है और लॉकडाउन के बीच देश की राज्य सरकारें इस घातक वायरस पर काबू पाने के लिए अपने-अपने तरीके से कदम उठा रही हैं। इस बीच आंध्र प्रदेश सरकार ने मुख्यमंत्री सहित मंत्रियों, विधायकों और पार्षदों की इस महीने की सैलरी रोकरने के लिए कहा है।
आंध्र प्रदेश की वाईएस जगनमोहन रेड्डी सरकार ने COVID-19 के प्रकोप मद्देनजर रखते हुए सरकारी कर्मचारियों के वेतन को स्थगित करने का आदेश जारी किया है। इस संबंध में मुख्यमंत्री, मंत्रियों, विधायकों, एमएलसी, निगम सदस्यों, स्थानीय निकायों के प्रतिनिधियों की 100 फीसदी सैलरी रोकी गई है।
बता दें, आंध्र प्रदेश में मंगलवार को कोरोना वायरस संक्रमण के 21 नए मामले सामने आए जिनमें से 18 व्यक्ति वे हैं जो नयी दिल्ली में तबलीगी जमात के आयोजन में शामिल हुए थे। चिकित्सा और स्वास्थ्य विभाग के अनुसार इसके बाद संक्रमण के कुल मामलों की संख्या 44 हो गई है।
Andhra Pradesh Govt has issued an order deferring salaries of govt employees,in wake of #COVID19 outbreak&nationwide lockdown. The deferment of remuneration includes 100% deferment in respect of CM/Ministers/MLAs/MLCs, Corporations members, elected representatives of local bodies pic.twitter.com/TwSxjCFmxe
— ANI (@ANI) April 1, 2020
संक्रमण के ताजा मामलों में से चार विशाखापत्तनम के हैं और यह सभी व्यक्ति 13 और 15 मार्च को दिल्ली के निजामुद्दीन में धार्मिक आयोजन में शामिल हुए थे। संक्रमित व्यक्तियों में से एक मदीना से लौटा है और दो अन्य कर्नाटक में मक्का से लौटे एक संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने से संक्रमित हुए। बुलेटिन में कहा गया था कि सोमवार रात से अब तक कुल 256 नमूनों की जांच की गई जिनमें से 235 के नतीजे नकारात्मक आए।
वहीं, देश में अब तक 35 लोगों की मौत हो चुकी है और 1357 लोग संक्रमित हुए हैं। देश की नरेंद्र मोदी सरकार लगातार लोगों से घरों में रहने के लिए अनुरोध कर रही है।